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Up Kiran, Digital Desk: सुप्रीम कोर्ट में भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) बी.आर. गवई पर हुए जूते से हमले की घटना ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। इस शर्मनाक घटना की हर तरफ से निंदा हो रही है, और अब इस पर आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और जन सेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण ने भी अपनी बेहद तीखी और सख्त प्रतिक्रिया दी है।

पवन कल्याण ने इसे सिर्फ एक व्यक्ति पर हुआ हमला नहीं, बल्कि पूरे लोकतंत्र और न्याय के मंदिर पर हुआ हमला बताया है।

पवन कल्याण ने अपने बयान में क्या कहा?

अभिनेता से नेता बने पवन कल्याण अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं। इस घटना पर भी उन्होंने बहुत ही कड़े शब्दों में अपनी बात रखी।

"न्याय के स्तंभ पर कायरतापूर्ण हमला": उन्होंने इस घटना को "बेहद निंदनीय और कायरतापूर्ण" करार दिया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक जज पर नहीं, बल्कि भारत के न्याय के सबसे बड़े स्तंभ पर किया गया हमला है।

"यह हमारे लोकतंत्र के लिए खतरा": पवन कल्याण ने जोर देकर कहा कि इस तरह की हरकतें हमारे लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के लिए एक सीधा खतरा हैं। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका हमारे लोकतंत्र की रीढ़ है, और उस पर इस तरह का हमला पूरे देश के लिए एक चिंता का विषय है।

तुरंत और सख्त कार्रवाई की मांग

उपमुख्यमंत्री ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों को इस घटना की तह तक जाना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस "जघन्य अपराध" के पीछे जो भी लोग हैं, उन्हें कानून के कटघरे में खड़ा किया जाए।

न्यायपालिका की स्वतंत्रता का सवाल

पवन कल्याण ने इस बात पर भी जोर दिया कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता और सम्मान को किसी भी कीमत पर बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि एक समाज के तौर पर हमें ऐसी ताकतों के खिलाफ एकजुट होना होगा जो न्याय के मंदिर को कमजोर करने या डराने की कोशिश करती हैं।

पवन कल्याण का यह कड़ा बयान इस घटना की गंभीरता को दिखाता है। जब राजनीति और सिनेमा के बड़े चेहरे इस तरह के मुद्दों पर खुलकर अपनी आवाज उठाते हैं, तो यह समाज को एक सही संदेश देता है। यह हमला सिर्फ एक व्यक्ति या एक संस्था पर नहीं, बल्कि उस भरोसे पर है जो देश का हर नागरिक अपनी न्याय प्रणाली पर रखता है।