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Up Kiran, Digital Desk: ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में एक अजीबोगरीब राजनीतिक घटना देखने को मिली, जहाँ सत्ताधारी बीजू जनता दल (BJD) के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने खुद ही अपनी सरकार से इंजीनियरिंग छात्र ज्योति प्रकाश बेहरा की संदिग्ध मौत के मामले में न्याय की मांग करते हुए एक मौन विरोध प्रदर्शन किया। 

प्रदर्शनकारियों का दावा है कि इस मामले में कथित तौर पर सत्ताधारी दल से जुड़े लोग शामिल हैं, जिसके कारण पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है।

यह विरोध प्रदर्शन शुक्रवार को राज्य विधानसभा के पास गांधी प्रतिमा के सामने हुआ, जिसमें बीजेडी के कई विधायक, मंत्री और सांसद शामिल हुए। इस मौके पर विधायक गणेश दास, ज्योति प्रकाश पाणिग्रही, बिजय कुमार नायक, पूर्व सांसद रवींद्र कुमार जेना और पूर्व विधायक देबेंद्र कुमार कानूनगो जैसे कई बड़े नेता मौजूद थे।

प्रदर्शनकारियों ने मृतक छात्र ज्योति प्रकाश बेहरा के परिवार के लिए 50 लाख रुपये के मुआवजे और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि भद्रक पुलिस इस मामले में धीमी गति से जाँच कर रही है क्योंकि इसमें राजनीतिक रूप से प्रभावशाली लोगों का हाथ है।

यह घटना और उसके बाद का विरोध प्रदर्शन राज्य में कानून व्यवस्था और राजनीतिक जवाबदेही पर सवाल खड़े करता है, खासकर तब जब सत्ताधारी पार्टी खुद ही न्याय की मांग के लिए सड़कों पर उतरी है। इस तरह का प्रदर्शन दर्शाता है कि पार्टी के भीतर भी इस मामले को लेकर गंभीर चिंताएँ हैं और वे चाहते हैं कि निष्पक्ष जाँच हो, भले ही इसमें उनके अपने ही लोग शामिल क्यों न हों।

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