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Up Kiran, Digital Desk: GST काउंसिल द्वारा बीमा प्रीमियम पर लगने वाले टैक्स को हटाने के फैसले पर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने इस कदम को उस सरकार से छीनी गई जीत बताया है जो केवल तभी सुनती है जब उसे मजबूर किया जाता है। पार्टी ने कहा है कि यह आम आदमी के संघर्ष और दबाव का नतीजा है, न कि सरकार का कोई तोहफा।
क्या कहा TMC ने: वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद ने 22 सितंबर, 2025 से सभी बीमा पॉलिसियों पर लगने वाले टैक्स को खत्म करने की घोषणा की है, जिससे यह आम लोगों के लिए सस्ती हो जाएंगी। इस फैसले का स्वागत करते हुए TMC ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा, "आज, बीमा प्रीमियम पर जीएसटी खत्म कर दिया गया है। यह फैसला बहुत पहले लिया जाना चाहिए था। ज़मीनी स्तर पर हमारे निरंतर संघर्ष और आम आदमी के सामने आने वाली कठिनाइयों को उजागर करने के अथक प्रयासों के बाद, मोदी सरकार आखिरकार झुक गई।"
TMC ने आगे कहा, "यह एक ऐसी सरकार से wrested (छीनी गई) जीत है, जो केवल तभी ध्यान देती है जब उसे ऐसा करने के लिए मजबूर किया जाए। उन्होंने हमें यह तोहफे में नहीं दिया है; हमने यह हासिल किया है।"
इस बयान के जरिए TMC यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि आम जनता से जुड़े मुद्दों पर उनकी पार्टी लगातार सरकार पर दबाव बनाती रही है और यह फैसला उसी का नतीजा है। यह कदम जहां आम आदमी के लिए एक बड़ी राहत है, वहीं 2026 में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले इसे लेकर श्रेय लेने की राजनीतिक होड़ भी शुरू हो गई है।