
Up Kiran, Digital Desk: केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कांग्रेस शासित राज्यों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि ये राज्य 'नकदी संकट' (कैश-हिट) से जूझ रहे हैं और इसी वजह से वे नौकरी के खाली पदों को भरने में असमर्थ हैं। यह बयान ऐसे समय आया है जब देश में रोजगार और आर्थिक प्रबंधन को लेकर राजनीतिक बहस तेज है।
बेंगलुरु में बोलते हुए, जोशी ने दावा किया कि कांग्रेस के शासन वाले राज्यों में वित्तीय कुप्रबंधन के कारण खजाना खाली है। उन्होंने कहा कि इन राज्यों की सरकारें पर्याप्त राजस्व उत्पन्न करने या अपने खर्चों को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में विफल रही हैं, जिसका सीधा असर नई भर्तियों और सरकारी सेवाओं पर पड़ रहा है। जोशी ने इंगित किया कि कांग्रेस अक्सर रोजगार सृजन का वादा करती है, लेकिन सत्ता में आने के बाद उनकी वित्तीय अक्षमता के कारण वादे पूरे नहीं हो पाते।
उनके अनुसार, यह स्थिति न केवल बेरोजगारी बढ़ा रही है बल्कि राज्य के विकास और नागरिक सेवाओं की डिलीवरी को भी बाधित कर रही है। प्रहलाद जोशी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वे लोकलुभावन योजनाओं की घोषणा तो करते हैं, लेकिन उनके लिए आवश्यक वित्तीय संसाधनों का उचित प्रबंधन नहीं कर पाते, जिससे राज्यों पर कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है।
यह बयान आगामी चुनावों और केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों की तुलना में कांग्रेस शासित राज्यों की वित्तीय स्थिति पर एक बड़ा हमला माना जा रहा है। जोशी ने जोर देकर कहा कि केंद्र सरकार आर्थिक स्थिरता और विकास को प्राथमिकता देती है, जबकि कांग्रेस की नीतियां राज्यों को वित्तीय संकट में धकेल रही हैं।
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