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जन सुराज के संस्थापक और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बुधवार को साफ किया कि वे नवंबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनेंगे। उन्होंने कहा कि वे संगठन के कामों में सक्रिय रहेंगे और पार्टी को मजबूत करने का काम जारी रखेंगे।

"मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैं वही करूंगा जो अब तक करता आया हूं – जनता से जुड़ना और पार्टी को मजबूत बनाना," – प्रशांत किशोर, पीटीआई को।

यह बयान तब आया है जब कयास लगाए जा रहे थे कि किशोर राघोपुर सीट से चुनाव लड़ सकते हैं, जहां से पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं।

तेजस्वी के सामने ललकार: राघोपुर में बोले PK – “वैसा ही हराऊंगा, जैसे राहुल गांधी अमेठी में हारे थे”

11 अक्टूबर को किशोर ने तेजस्वी यादव के इलाके राघोपुर से अपना अभियान शुरू किया। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ एक सीट की नहीं, बल्कि बिहार के भविष्य की लड़ाई है

गांव के लोगों के साथ संवाद के दौरान PK ने सीधे सवाल किया कि आपके विधायक दो बार उपमुख्यमंत्री रहे। लेकिन क्या कभी आपकी समस्याओं का हल निकला?

ग्रामीणों ने जवाब दिया कि तेजस्वी यादव से कभी मिलने तक का मौका नहीं मिला

जनता से सीधा संवाद, हकीकत का सामना

किशोर ने गांव में बुनियादी सुविधाओं की कमी पर सवाल उठाए – जैसे स्कूलों की हालत, टूटी सड़कों और पीने के पानी की दिक्कतें।

उन्होंने लोगों को समझाया कि जाति के नाम पर वोट देना अब बंद कीजिए। वही नेता बार-बार जीतकर आए, जिन्होंने आपकी हालत नहीं बदली।

उन्होंने खासतौर पर महिलाओं से बातचीत की और उन्हें राजनीतिक बदलाव का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित किया।