रक्षाबंधन पर अपने भाई की रक्षा के लिए बस से अपने गृहनगर जा रही एक गर्भवती महिला ने बस में ही एक बच्चे को जन्म दिया। प्रसव पीड़ा से जूझ रही एक महिला की बस में महिला कंडक्टर ने मौजूद नर्स की मदद से प्राकृतिक तरीके से डिलीवरी कराई। जब महिला प्रसव पीड़ा से जूझने लगी तो बस चालक ने बस को नजदीकी अस्पताल ले जाने की कोशिश की। लेकिन महिला का प्रसव पीड़ा लगातार बढ़ता गया, इसलिए बस में मौजूद महिला परिचालक और नर्स ने तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम की बस में ही बच्चे को जन्म देने का फैसला किया।
तदनुसार, बस को तुरंत रोक दिया गया। और बस में सवार सभी लोगों को नीचे उतारा गया और बस को खाली कराया गया। बाद में महिला प्रशासक और नर्स ने गर्भवती महिला को प्रसव कराने में मदद की। जल्द ही बच्चा रोने लगा। इस समय बस के बाहर सभी लोग बच्चे के जन्म का जश्न मना रहे थे।
तेलंगाना टीजीएसआरटीसी के प्रबंध निदेशक वी.सी. सज्जनार ने अपने एक्स अकाउंट पर शेयर किया है। उन्होंने नवजात बच्चे और मां की फोटो शेयर की और लोगों को घटना की पूरी जानकारी दी। उन्होंने महिला की मदद करने वाली परिवहन विभाग की महिला प्रशासक के काम की भी सराहना की।
महिला कंडक्टर और नर्स के काम की सराहना
टीजीएसआरटीसी बस में हुई इस हैरान कर देने वाली घटना की रिपोर्ट तेलंगाना की मीडिया ने की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बच्चे को जन्म देने वाली महिला की पहचान संध्या के रूप में हुई है। यह घटना तब हुई जब रक्षा अपने भाई से मिलने और रक्षा बंधन बांधने की चाहत में बस लेकर अपने गृहनगर के लिए निकली। लेकिन जैसे ही उसे बस में प्रसव पीड़ा शुरू हुई, एक महिला कंडक्टर जो उसकी परेशानी नहीं देख सकी और एक बस नर्स ने बस में ही बच्चे को जन्म देने का फैसला किया, जिससे अंततः दोनों महिलाओं को सफलतापूर्वक बच्चे को जन्म देने में मदद मिली। उनके काम को अब काफी सराहना मिल रही है।
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