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Up Kiran, Digital Desk: दिवाली के मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन ने देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए एक गहरा संदेश दिया है. उन्होंने कहा कि यह त्योहार सिर्फ दीये जलाने और मिठाइयां बांटने का नहीं, बल्कि अपने अंदर की नकारात्मकता को खत्म कर अच्छाई को अपनाने और जरूरतमंदों की जिंदगी में भी रोशनी भरने का है.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संदेश में कहा, "दीवाली अंधकार पर प्रकाश, अज्ञान पर ज्ञान और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है." उन्होंने सभी से इस त्योहार को सुरक्षित, जिम्मेदारी से और पर्यावरण का ध्यान रखते हुए मनाने की अपील की. उन्होंने कहा कि यह दिन आत्म-चिंतन करने और खुद को बेहतर बनाने का भी एक अवसर है. साथ ही, यह हमें मौका देता है कि हम समाज के वंचित और जरूरतमंद लोगों की मदद करें और उनके जीवन में भी खुशियां लाएं. उन्होंने कामना की कि यह दिवाली सभी के लिए सुख, शांति और समृद्धि लेकर आए.

वहीं, उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन ने कहा कि दिवाली का समय हमें उदारता, दान और सबको साथ लेकर चलने जैसे हमारे सभ्यता के गहरे मूल्यों की याद दिलाता है. उन्होंने कहा, "जैसे हर घर में जलने वाले दीये मिलकर रात के आकाश को रोशन कर देते हैं, वैसे ही हमारा समर्पण और प्रतिबद्धता मिलकर देश के लिए सामूहिक विकास की शुरुआत कर सकती है."

उपराष्ट्रपति ने एक बहुत महत्वपूर्ण बात पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि इस दिवाली हम सभी को नकारात्मकता और अधर्म को त्यागकर सकारात्मकता और धर्म को अपनाना चाहिए. यह सिर्फ हमारे अपने लिए ही नहीं, बल्कि देश की तरक्की के लिए भी जरूरी है.

संक्षेप में, देश के सर्वोच्च नेताओं का यही संदेश है कि इस दिवाली हम सिर्फ बाहरी जश्न में न डूबें, बल्कि इसे एक मौका बनाएं अपनी आत्मा को शुद्ध करने का, समाज की सेवा करने का और देश को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देने का.