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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय शेयर बाजार आज गिरावट के साथ बंद हुआ, जिसका मुख्य कारण वित्तीय और मेटल सेक्टर के शेयरों में हुई जोरदार बिकवाली थी। इस बिकवाली के चलते प्रमुख सूचकांकों पर भारी दबाव देखा गया, जिससे निवेशकों की धारणा नकारात्मक बनी रही।

बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, वैश्विक बाजारों से मिले कमजोर संकेतों और कुछ सेक्टर-विशिष्ट चिंताओं ने निवेशकों को इन दो प्रमुख क्षेत्रों में मुनाफावसूली करने पर मजबूर किया। वित्तीय क्षेत्र, जिसमें बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (NBFCs) शामिल हैं, ने विशेष रूप से दबाव महसूस किया। यह सेक्टर भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है, और इसमें कमजोरी पूरे बाजार के लिए चिंता का विषय बनती है।

इसी तरह, धातु क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों में भी तेज गिरावट दर्ज की गई। वैश्विक कमोडिटी कीमतों में उतार-चढ़ाव, चीन से कमजोर मांग के आंकड़े और औद्योगिक उत्पादन से जुड़ी चिंताओं ने इस सेक्टर को प्रभावित किया। निवेशक इन कंपनियों के भविष्य के मुनाफे को लेकर संशय में दिखे, जिससे शेयरों में तेज गिरावट आई।

इस बिकवाली का असर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के निफ्टी दोनों पर पड़ा। दोनों ही प्रमुख सूचकांक महत्वपूर्ण स्तरों से नीचे फिसल गए। विश्लेषकों का मानना है कि जब तक इन सेक्टरों में स्थिरता नहीं आती और वैश्विक संकेत मजबूत नहीं होते, बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है।

बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच, निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे सावधानी बरतें और लंबी अवधि के नजरिए से निवेश करें। आने वाले समय में कंपनियों के तिमाही नतीजे और वैश्विक आर्थिक आंकड़े बाजार की आगे की दिशा तय करेंगे।

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