_1220367264.jpg)
Up Kiran, Digital Desk: भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI), जो भारत में शेयर बाज़ार का नियामक है, ने एक बड़े 'पंप एंड डंप' (Pump and Dump) घोटाले का पर्दाफाश किया है और इस मामले में सख्त कार्रवाई की है। इस कार्रवाई में, बॉलीवुड अभिनेता अरशद वारसी और उनकी पत्नी मारिया गोरेटी सहित कुल 31 संस्थाओं और व्यक्तियों को शेयर बाज़ार में ट्रेडिंग करने से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
पंप एंड डंप' शेयर बाज़ार में होने वाली एक धोखाधड़ी है। इसमें कुछ व्यक्ति या समूह मिलकर किसी खास शेयर के बारे में जानबूझकर झूठी, भ्रामक या बढ़ा-चढ़ाकर जानकारी फैलाते हैं (जिसे 'पंप' करना कहते हैं)। इसका मकसद उस शेयर की कीमत को कृत्रिम रूप से बढ़ाना होता है। जब झूठी खबरों के कारण शेयर की कीमत काफी बढ़ जाती है, तो ये लोग ऊंचे दामों पर अपने पहले से खरीदे हुए शेयर बेच देते हैं और भारी मुनाफा कमा लेते हैं (जिसे 'डंप' करना कहते हैं)। इस धोखे का शिकार आम निवेशक होते हैं, जो झूठी जानकारी के आधार पर ऊंचे दाम पर शेयर खरीद लेते हैं और बाद में कीमत गिरने पर उन्हें नुकसान होता है।
SEBI की जांच के मुताबिक, यह घोटाला 'शार्पलाइन ब्रॉडकास्ट' (Sharpline Broadcast) नाम की कंपनी के शेयरों में किया गया। आरोप है कि आरोपियों ने 'मैनगो न्यूज' (Mango News) और 'द एडवाइजर' (The Advisor) नाम के दो यूट्यूब चैनलों का इस्तेमाल करके इस शेयर के बारे में गलत और अत्यधिक सकारात्मक खबरें फैलाईं। इन भ्रामक वीडियो में कंपनी के बारे में ऐसे दावे किए गए जो सच नहीं थे, जिससे निवेशकों को शेयर खरीदने का लालच दिया गया।
SEBI ने पाया कि अरशद वारसी ने भी इन यूट्यूब चैनलों के माध्यम से शेयर के प्रचार में भूमिका निभाई। भ्रामक प्रचार के कारण शेयर की कीमत में ज़बरदस्त उछाल आया, जिसका फायदा उठाकर आरोपियों ने अपने शेयर बेचकर अवैध मुनाफा कमाया।
इस मामले में कठोर कदम उठाते हुए, SEBI ने अरशद वारसी, मारिया गोरेटी और 29 अन्य संस्थाओं/व्यक्तियों पर शेयर बाज़ार में किसी भी तरह की खरीद-फरोख्त करने पर तत्काल रोक लगा दी है। इसके अलावा, SEBI ने उन्हें इस धोखाधड़ी के माध्यम से कमाए गए मुनाफे को लौटाने (disgorge) का भी आदेश दिया है। SEBI की यह कार्रवाई छोटे निवेशकों की सुरक्षा और बाज़ार की पारदर्शिता और विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है।
--Advertisement--