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Lok Sabha Speech: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने एक दुर्लभ कदम उठाते हुए विपक्ष के नेता राहुल गांधी के कल सदन में दिए गए भाषण के कई हिस्सों को हटाने का फैसला किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिकॉर्ड से हटाए गए हिस्सों में हिंदुओं और पीएम नरेंद्र मोदी-बीजेपी-आरएसएस समेत अन्य पर उनकी टिप्पणियां शामिल हैं।

कल राहुल गांधी ने विपक्ष के नेता के तौर पर लोकसभा में अपना पहला भाषण दिया। उन्होंने बीजेपी और आरएसएस की खुलकर आलोचना की और उन पर भारत में डर और नफरत फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने हिंदुओं के साथ-साथ पीएम नरेंद्र मोदी से जुड़ी कई टिप्पणियां कीं। 

लोकसभा में बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा, "सभी धर्म साहस की बात करते हैं; उन्होंने इस्लाम और सिख धर्म का हवाला देते हुए इस बात पर जोर दिया कि व्यक्ति को निडर होना चाहिए।"

राहुल ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा, "हिंदू धर्म का मतलब डर, नफरत और झूठ फैलाना नहीं है। अगर आप भगवान शिव की छवि देखें तो आपको पता चलेगा कि हिंदू कभी डर, नफरत नहीं फैला सकते, लेकिन भाजपा चौबीसों घंटे डर और नफरत फैलाती है।"

आगे उन्होंने कहा कि "भाजपा अल्पसंख्यकों को धमकाती है, मुसलमानों, सिखों और ईसाइयों के खिलाफ नफरत और हिंसा फैलाती है।" उन्होंने कहा, "अल्पसंख्यक सभी क्षेत्रों में भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं, देश को गौरवान्वित करते हैं; वे देश के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं, देशभक्त हैं।"

मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर राहुल गांधी ने कहा, "भाजपा की राजनीति और नीतियों ने मणिपुर को जला दिया है, इसे गृहयुद्ध में धकेल दिया है; अभी भी पीएम मोदी ने राज्य का दौरा नहीं किया है।" 

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