
Up Kiran , Digital Desk:ऑपरेशन सिंदूर' के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़े तनाव के मद्देनजर राजस्थान के कई जिलों में एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में, आपातकालीन तैयारियों को परखने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया और कुछ संवेदनशील क्षेत्रों में ब्लैकआउट भी लागू किया गया।
जोधपुर और जैसलमेर में देर रात पूर्ण ब्लैकआउट
विशेष रूप से जोधपुर और जैसलमेर में जिला कलेक्टर के आदेशानुसार देर रात 12 बजे से सुबह 4 बजे तक पूर्ण ब्लैकआउट लागू किया गया। जोधपुर के जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने मौजूदा संवेदनशील परिस्थितियों को देखते हुए यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया। ब्लैकआउट का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। जोधपुर में पुलिस कमिश्नर राजेंद्र सिंह के निर्देशन में डीसीपी ईस्ट व वेस्ट सहित पूरी पुलिस टीम चप्पे-चप्पे पर तैनात रहकर निगरानी कर रही है। डीसीपी राजर्षी राज वर्मा और आलोक श्रीवास्तव अपने-अपने क्षेत्रों में गश्त कर रहे हैं और पुलिस वाहनों के माध्यम से लोगों को सूचित भी किया जा रहा है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी जयपुर से लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
सीमावर्ती जिलों में स्कूलों में अवकाश घोषित
बढ़े तनाव को देखते हुए, जिलाधिकारियों के आदेश पर शुक्रवार को स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश घोषित किया गया है। विशेष रूप से सीमावर्ती जिलों गंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर और बाड़मेर में सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं।
दो चरणों में आयोजित हुई मॉक ड्रिल
यह उल्लेखनीय है कि गृह मंत्रालय के निर्देशों के अनुपालन में बुधवार को राजस्थान के विभिन्न शहरों में दो चरणों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया था। इस अभ्यास का उद्देश्य लोगों को युद्ध जैसी आपातकालीन स्थिति में बचाव और राहत कार्यों के लिए की जाने वाली कार्रवाइयों से अवगत कराना था। पहली मॉक ड्रिल शाम 4 बजे शुरू हुई, जबकि दूसरी ड्रिल के तहत रात 8:30 बजे से 15 मिनट के लिए स्वैच्छिक ब्लैकआउट रखा गया। इस दौरान कुछ स्थानों पर पुलिस टीमों ने वाहनों को रोककर उनकी हेडलाइट बंद करने का अनुरोध किया, और रेलवे स्टेशनों पर खड़ी ट्रेनों को भी 15 मिनट के लिए रोककर ब्लैकआउट का पालन किया गया।
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