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Up Kiran, Digital Desk: 11 नवंबर को सुपौल जिले के सभी पांच विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होना है, लेकिन त्योहारी मौसम की वजह से चुनावी सरगर्मी काफी धीमी प्रतीत हो रही है। लोग त्योहारों की तैयारियों और अपनी दिनचर्या में व्यस्त हैं, जिससे चुनावी चर्चाएं लगभग नगण्य हैं। इस बीच, सुपौल की पूर्वी सीमा के मधेपुरा जिले के गम्हरिया तक चुनावी माहौल को जानने के लिए जब एक ऑटो यात्रा की गई, तो स्थिति सामान्य सी नजर आई।

यात्रा की शुरुआत चकला निर्मली चौक से हुई, जो सुपौल और मधेपुरा जिले के बीच की महत्वपूर्ण सड़क है। सिंहेश्वर महादेव मंदिर, जो मिनी बाबाधाम के नाम से प्रसिद्ध है, यहां दूर-दूर से श्रद्धालु पूजा करने आते हैं। यह इलाका सुपौल लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है और यहां रोजाना बसों, ऑटो और ई-रिक्शाओं की आवाजाही बनी रहती है।

हालांकि, जब यात्रा की शुरुआत हुई तो वहां किसी भी प्रकार का चुनावी प्रचार-प्रसार दिखाई नहीं दिया। ना तो झंडे-बैनर थे और ना ही लाउडस्पीकर की आवाज सुनाई दी। जब स्थानीय निवासियों से बातचीत की गई, तो उनका कहना था कि चुनावी माहौल बहुत ठंडा है। एक ऑटो चालक विजय ने कहा, “दिनभर काम करने से पेट भरता है, लेकिन इस बीच तेल के बढ़ते दामों ने मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।”

साथ ही, जागेश्वर मेहता नामक एक यात्री ने कहा, “10-15 साल पहले इस सड़क पर चलना असंभव था। गड्ढे थे और बसों के लिए भी सफर करना खतरे से खाली नहीं था। अब देखिए सड़क पूरी तरह से बेहतर हो चुकी है।”

ऑटो यात्रा के दौरान, हरदी दुर्गा स्थान पर पहुंचने पर, यात्रियों ने यहां की धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता की बात की। यह वही स्थान है जहां पांडवों ने वन देवी दुर्गा की पूजा की थी। मंदिर के ठीक सामने पहुंचते ही विजय ने ऑटो का हार्न बजाया, जो उसकी आस्था का प्रतीक था। यहां वीर लोरिक की प्रतिमा भी है और कार्तिक महीने में एक बड़ा मेला भी आयोजित किया जाता है।

लक्ष्मण यादव, जो ऑटो में सवार थे, ने टिप्पणी की, “नेता लोग चुनाव के दौरान यहां आते हैं, लेकिन इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए कोई पहल नहीं करते।” उन्होंने सुझाव दिया कि अगर इस स्थान को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए तो न केवल क्षेत्र का विकास होगा, बल्कि लोग भी यहां ज्यादा संख्या में आएंगे।

इस दौरान, जैसे ही सुपौल जिले का सीमा बोर्ड दिखाई दिया, पुलिस द्वारा वाहनों की जांच की जा रही थी, जो विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सुरक्षा का हिस्सा था। इससे आगे का इलाका मधेपुरा विधानसभा क्षेत्र था।