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CAA : पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान और बांग्लादेश से आए हजारों शरणार्थी पिछले दो दिनों से दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे हैं। आज शरणार्थियों ने कांग्रेस मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। एक दिन पहले इन लोगों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के आवास पाए प्रदर्शन किया था। ये प्रदर्शन नागरिकता संशोधन क़ानून ( CAA ) का विपक्षी नेताओं द्वारा विरोध किए जाने के बाद शुरू हुए हैं। इस मुद्दे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री  अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि इनकी इतनी हिम्मत हो गई कि हमारे देश में प्रदर्शन और हुड़दंग कर रहे हैं।

विगत दो दिनों से दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे शरणार्थियों की शैली और आक्रोश को देखकर यह अनुमान आसानी से लगाया जा सकता है कि यह संरक्षित और प्रायोजित है। पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान और बांग्लादेश से आए इन शरणार्थियों ने पहले  दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के आवास पाए प्रदर्शन किया और अगले दिन कांग्रेस मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। ऐसे में इन प्रदर्शनों का वीरपध होना स्वाभाविक है।

शरणार्थियों के प्रदर्शनों पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी गुस्से में हैं। केजरीवाल ने कहा कि इन पाकिस्तानियों की हिम्मत? पहले हमारे देश में ग़ैर-क़ानूनी तरीक़े से घुसपैठ की और हमारे देश का क़ानून तोड़ा। उन्होंने कहा कि इन्हें तो जेल में होना चाहिए था, ल४कीं ये प्रदर्शन कर रहे हैं। केजरीवाल ने कहा कि इनकी इतनी हिम्मत हो गई कि हमारे देश में हुड़दंग कर रहे हैं। सीएए पर अमल के बाद ये पूरे देश में फैल जाएँगे और लोगों को परेशान करेंगे। केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी इन्हें अपना वोट बैंक बनाने के स्वार्थ में देश को परेशानी में धकेल रही है।

उल्लेखनीय है कि गुरुवार को अरविंद केजरीवाल ने नागरिकता संशोधन कानून ( सीएए ) को देश के लिए खतरनाक बताया था। केजरीवाल ने गृहमंत्री अमित शाह के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि बाहरी लोग अगर देश में आ जाते हैं तो उन्हें नौकरी कैसे देंगे? सीएए लागू होने से देश में बड़ी तादाद में पड़ोसी देशों से घुसपैठिए आएंगे। बताते चलें कि मोदी सरकार द्वारा सीएए के तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के गैर मुस्लिम अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता देने के फैसले का कांग्रेस, आप समेत सभी विपक्षी दल लगातार विरोध कर रहे हैं। 

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