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रियान पराग अब सिर्फ एक युवा प्रतिभा नहीं, बल्कि राजस्थान रॉयल्स के लिए एक अहम खिलाड़ी बन चुके हैं। 2019 में जब उन्होंने इस फ्रेंचाइजी के लिए डेब्यू किया था, तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि कुछ ही वर्षों में वे इस टीम के लिए रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज करवा लेंगे। इस सीजन में उन्हें न सिर्फ अहम बल्लेबाज और फील्डर की भूमिका मिली, बल्कि कुछ मुकाबलों में कप्तानी की जिम्मेदारी भी दी गई, खासकर संजू सैमसन की गैरमौजूदगी में।

दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ खास उपलब्धि

16 अप्रैल को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में रियान पराग बल्ले से ज्यादा नहीं चमके, लेकिन फील्डिंग में उन्होंने कमाल कर दिया। मैच के दौरान उन्होंने एक शानदार कैच पकड़कर ना सिर्फ विरोधी बल्लेबाज को पवेलियन भेजा, बल्कि खुद के नाम एक अहम रिकॉर्ड भी दर्ज किया।

उन्होंने दिल्ली के बल्लेबाज अभिषेक पोरेल का कैच पकड़कर राजस्थान रॉयल्स के पूर्व कप्तान अजिंक्य रहाणे को पीछे छोड़ दिया। अब रियान पराग राजस्थान रॉयल्स के लिए आईपीएल में सबसे ज्यादा कैच पकड़ने वाले खिलाड़ी बन चुके हैं।

राजस्थान रॉयल्स के लिए सबसे ज्यादा कैच लेने वाले खिलाड़ी:

रियान पराग – 41 कैच (77 मैचों में)

अजिंक्य रहाणे – 40 कैच (106 मैचों में)

जोस बटलर – 31 कैच

यशस्वी जायसवाल – 25 कैच

शिमरन हेटमायर – 24 कैच

इस रिकॉर्ड से साफ है कि पराग न सिर्फ अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाए हुए हैं, बल्कि फील्डिंग में भी टीम के सबसे भरोसेमंद खिलाड़ियों में गिने जाने लगे हैं।

DC बनाम RR: सुपर ओवर तक चला मुकाबला

इस मुकाबले की बात करें तो यह बेहद रोमांचक रहा। दिल्ली कैपिटल्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 188 रन बनाए। जवाब में राजस्थान रॉयल्स ने भी शानदार खेल दिखाया और 20 ओवर में 4 विकेट पर ठीक इतने ही रन बनाए। यानी मुकाबला पूरी तरह बराबरी का रहा और अंततः मैच सुपर ओवर में चला गया।

सुपर ओवर में दिल्ली ने मारी बाजी

सुपर ओवर में राजस्थान रॉयल्स ने 11 रन बनाए। दिल्ली की ओर से केएल राहुल और ट्रिस्टन स्टब्स बल्लेबाजी के लिए उतरे और उन्होंने केवल चार गेंदों में ही टीम को जीत दिला दी। स्टब्स के आखिरी शॉट ने मैच का अंत किया और दिल्ली को एक यादगार जीत दिलाई।

मिचेल स्टार्क बने मैच के हीरो

इस मैच में दिल्ली के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने शानदार गेंदबाजी की। उन्होंने न सिर्फ आखिरी ओवर में राजस्थान को टाई तक ही रोककर सुपर ओवर तक मुकाबला पहुंचाया, बल्कि सुपर ओवर में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसी प्रदर्शन के लिए उन्हें 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुना गया।