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बिहार की सियासत एक बार फिर तीखे शब्दों की बौछार और कटु भाषा की चपेट में है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव को लेकर की गई एक टिप्पणी ने न सिर्फ राजद परिवार को आक्रोशित किया, बल्कि आम जनता के बीच भी राजनीतिक शालीनता पर बहस छेड़ दी है। लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर सीएम के खिलाफ जमकर निशाना साधा, जिससे जुबानी जंग और भी तेज हो गई है।
कार्यक्रम में सीएम की टिप्पणी ने मचाया बवाल
25 सितंबर को खगड़िया में एक राजनीतिक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में लालू यादव और राबड़ी देवी पर तंज कसते हुए कुछ ऐसे शब्द कह दिए, जिन्हें लेकर विवाद खड़ा हो गया। उन्होंने कहा कि जब ससुरा (लालू) ने खुद पद छोड़ा, तो पत्नी को मुख्यमंत्री बना दिया। इस दौरान उन्होंने एक ऐसा पारिवारिक शब्द प्रयोग किया, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं शुरू हो गईं।
सोशल मीडिया पर रोहिणी का तीखा पलटवार
मुख्यमंत्री की टिप्पणी के कुछ ही समय बाद रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी नाराज़गी जाहिर की। उन्होंने न सिर्फ नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति पर सवाल उठाए, बल्कि उनके बोलचाल के तरीके को भी आड़े हाथों लिया। रोहिणी की पोस्ट में शब्दों का चुनाव काफी तल्ख़ था, जिसे लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई।
मुजफ्फरपुर कांड को लेकर भी उठाए सवाल
अपनी पोस्ट में रोहिणी ने केवल एक बयान तक सीमित न रहकर मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड का भी ज़िक्र किया। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार की नैतिकता पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में जिस तरह की घटनाएं हुईं, वो उनके चरित्र को उजागर करती हैं। उनके अनुसार, ऐसे व्यक्ति की ओर से घृणित भाषा का प्रयोग होना अस्वाभाविक नहीं है।
भाई तेजस्वी के समर्थन में बोलीं रोहिणी
पोस्ट के अंत में रोहिणी ने तेजस्वी यादव का ज़िक्र करते हुए यह संकेत दिया कि जनता अब इस तरह की राजनीति से ऊब चुकी है और बिहार एक नई सोच चाहता है। उन्होंने दावा किया कि आने वाले चुनावों में जनता का पूरा समर्थन तेजस्वी यादव को मिलेगा।