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Up Kiran , Digital Desk:इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के रोमांच के बीच, भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने 7 मई को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर क्रिकेट जगत को चौंका दिया। यह रोहित का दूसरा बड़ा संन्यास है; पिछले साल ही टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीतने के तुरंत बाद उन्होंने टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट से भी संन्यास ले लिया था। अब रोहित शर्मा भारतीय टीम के लिए सिर्फ वनडे क्रिकेट में खेलते नजर आएंगे।

रोहित की कप्तानी में टीम इंडिया ने इसी साल चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का खिताब अपने नाम किया था। हालांकि, इस टूर्नामेंट से पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रोहित और उनकी टीम को निराशा का सामना करना पड़ा था। ऑस्ट्रेलिया की धरती पर खेली गई 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया को 1-3 से करारी हार झेलनी पड़ी थी। इस सीरीज में रोहित शर्मा का बल्ला बुरी तरह खामोश रहा था, जिसके चलते उन्हें 5वें टेस्ट मैच में खुद को प्लेइंग इलेवन से बाहर रखना पड़ा था। तभी से यह कयास लगाए जा रहे थे कि 'हिटमैन' शायद सीरीज के तुरंत बाद ही टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह देंगे। हालांकि, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) के खत्म होने के बाद ऐसा नहीं हुआ। लेकिन अब, इंग्लैंड दौरे के आगाज से लगभग 45 दिन पहले उन्होंने क्रिकेट के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी है।

बचपन के कोच दिनेश लाड का बड़ा खुलासा

रोहित शर्मा के संन्यास के बाद उनके बचपन के कोच दिनेश लाड का एक महत्वपूर्ण बयान सामने आया है। दिनेश लाड ने रोहित शर्मा के अगले बड़े लक्ष्य को लेकर अहम खुलासा किया है। लाड ने पीटीआई वीडियो से बात करते हुए कहा कि रोहित का अगला बड़ा लक्ष्य 2027 का वनडे वर्ल्ड कप जीतना और उसके बाद क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेना है। लाड ने कहा, "उनका लक्ष्य वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप जीतना था, लेकिन दुर्भाग्य से हम क्वालीफाई नहीं कर सके। अब 2027 में वनडे वर्ल्ड कप है। मैं भी चाहता हूं कि रोहित 2027 में वर्ल्ड कप जीतें और फिर संन्यास लें।"

सोच-समझकर लिया गया फैसला

दिनेश लाड ने आगे कहा कि रोहित ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला जल्दबाजी में नहीं लिया है। वह पिछले साल अमेरिका में हुए टी20 वर्ल्ड कप के बाद टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेलना चाहते थे, लेकिन अन्य दो फॉर्मेट में खेलने का फैसला उनका अपना था। उन्होंने निश्चित रूप से इस बारे में अच्छी तरह से सोचा होगा कि उनके लिए सबसे अच्छा क्या है।

जब उनसे पूछा गया कि क्या रोहित शर्मा इंग्लैंड के खिलाफ इस साल जून में होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में कप्तानी करने को लेकर आश्वस्त नहीं थे, तो उन्होंने कहा कि टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने के फैसले का इंग्लैंड दौरे से कोई लेना-देना नहीं है। लाड के अनुसार, रोहित की सोच अगली पीढ़ी के खिलाड़ियों को मौका देना हो सकती है, जैसा कि उन्होंने पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप के बाद किया था।

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