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Up kiran,Digital Desk : कच्चे तेल की कीमतों में लगातार आई नरमी और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के संभावित हस्तक्षेप के संकेतों के बीच भारतीय रुपया बीते तीन कारोबारी दिनों में डॉलर के मुकाबले 127 पैसे मजबूत हुआ है। शुक्रवार को रुपया 54 पैसे की तेजी के साथ 89.66 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। इससे पहले गुरुवार को यह 18 पैसे चढ़कर 90.20 प्रति डॉलर और बुधवार को 55 पैसे की रिकवरी के साथ 90.38 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।

विदेशी मुद्रा बाजार के जानकारों के अनुसार, घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक माहौल और ब्रेंट क्रूड की कीमतों का 59 डॉलर प्रति बैरल के आसपास बने रहना रुपये को निचले स्तरों से उबरने में मदद कर रहा है। शुक्रवार को इंटरबैंक फॉरेक्स बाजार में रुपया 90.19 प्रति डॉलर पर खुला और कारोबार के दौरान 89.25 प्रति डॉलर के उच्च स्तर तक पहुंच गया। अंत में यह 89.66 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 54 पैसे की मजबूती को दर्शाता है।

रिकॉर्ड गिरावट के बाद रिकवरी

गौरतलब है कि मंगलवार को रुपया पहली बार 91 प्रति डॉलर के पार चला गया था और अपने अब तक के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया था। इस बीच, छह प्रमुख वैश्विक मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.24 प्रतिशत की बढ़त के साथ 98.66 पर कारोबार करता रहा।

कच्चे तेल से मिला सहारा

मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी के मुताबिक, डॉलर की आवक और कच्चे तेल की गिरती कीमतों की वजह से शुक्रवार को भी रुपये में मजबूती देखने को मिली। घरेलू शेयर बाजारों में तेजी ने भी रुपये को अतिरिक्त सहारा दिया।

हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि विदेशी निवेशकों की बिकवाली और भारत-अमेरिका व्यापार समझौते में देरी से जुड़ी अनिश्चितता के कारण रुपये पर दबाव बना रह सकता है। इसके बावजूद, कमजोर डॉलर इंडेक्स और कच्चे तेल की नरम कीमतें रुपये को निचले स्तरों पर समर्थन देती रह सकती हैं।