यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जे के मकसद के साथ शुरू हुई रूस की जंग अब इस मुकाम पर पहुंची है, जहां रूस को यूक्रेन में कब्जाई गई जमीन को बचाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। यूक्रेन का काउंटर ऑफेंसिव शुरू हो चुका है और ऐसे में यूक्रेन की फौज अपने देश के उन पूर्वी इलाकों को वापस हासिल करने की कोशिश में जुटी है, जिन पर रूसी सेना कब्जा कर चुकी है।
यानी अब इस जंग का एक्शन बदल चुका है और कई बार ऐसी खबरें भी आई हैं, जिनके मुताबिक रूस के हथियारों का जखीरा भी अब कम पड़ने लगा है। और अब रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने इस जंग में न्यूक्लियर हथियार इस्तेमाल करने की धमकी दे दी है।
पुतिन के स्पेशल एडवाइजर दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि अगर यूक्रेन इसी तरह जवाबी हमले करता रहा और उसने नाटो के साथ मिलकर हमारी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की तो फिर हमें मजबूरी में न्यूक्लियर वेपन्स इस्तेमाल करने पड़ेंगे। रूस की तरफ से यूक्रेन पर एटमी हमले की धमकी पहली बार नहीं दी गई। फरवरी और अप्रैल में खुद पुतिन कह चुके हैं कि अगर अमेरिका और नैटो यूक्रेन की मदद करते रहे तो रूस एटमी हथियारों समेत तमाम ऑप्शंस इस्तेमाल करेगा।
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