
Up Kiran, Digital Desk: क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर एक बार फिर लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर इतिहास रचने जा रहे हैं। भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच से पहले, मास्टर ब्लास्टर 'लॉर्ड्स की घंटी' बजाकर खेल की शुरुआत करेंगे। यह न केवल उनके फैंस के लिए, बल्कि पूरे क्रिकेट जगत के लिए एक यादगार पल होगा।
'लॉर्ड्स की घंटी' बजाना सिर्फ एक औपचारिक शुरुआत नहीं, बल्कि क्रिकेट जगत में एक बेहद सम्मानजनक और प्रतिष्ठित परंपरा है। यह मौका दुनिया के कुछ चुनिंदा क्रिकेट दिग्गजों या खास हस्तियों को ही मिलता है, जो खेल के प्रति उनके असाधारण योगदान और पहचान का प्रतीक है। सचिन तेंदुलकर का यह सम्मान ग्रहण करना उनकी अविश्वसनीय विरासत और वैश्विक क्रिकेट पर उनके प्रभाव को और पुख्ता करता है।
सचिन का लॉर्ड्स के मैदान से गहरा नाता रहा है, भले ही यहाँ उनके नाम कोई टेस्ट शतक न हो। वहीं, इस ट्रॉफी का नाम भी उनके और इंग्लैंड के दिग्गज तेज़ गेंदबाज़ जेम्स एंडरसन के नाम पर रखा गया है, जो उनकी शानदार प्रतिद्वंद्विता और खेल भावना का प्रतीक है। एक समय था जब सचिन बल्ले से एंडरसन की गेंदों का सामना करते थे, और अब वह उन्हीं के नाम की ट्रॉफी के लिए घंटी बजाएंगे – यह क्रिकेट की खूबसूरती और बदलते समय का अनोखा संगम है।
भारत और इंग्लैंड के बीच यह तीसरा टेस्ट मैच बेहद रोमांचक होने की उम्मीद है। सचिन द्वारा घंटी बजाने का यह नज़ारा निश्चित रूप से मैच की शुरुआत को और भी यादगार बना देगा। फैंस को उम्मीद है कि यह भारतीय टीम के लिए शुभ संकेत साबित होगा और टीम इस अहम सीरीज में शानदार प्रदर्शन करेगी। यह पल क्रिकेट के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो जाएगा।
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