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त्योहारों के इस मौसम और बदलते मौसम के बीच, जब डेंगू, मलेरिया और वायरल बुखार जैसी बीमारियां बढ़ जाती हैं, तो अस्पतालों में खून की ज़रूरत भी अचानक से बढ़ जाती है। ऐसे मुश्किल समय में, इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी, तेलंगाना की तरफ से एक ऐसी ख़बर आई है, जो हज़ारों मरीज़ों और उनके परेशान परिवारों के लिए किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं है।

रेड क्रॉस ने यह ऐलान किया है कि उनके ब्लड सेंटर के पास इस वक्त हर तरह के ब्लड ग्रुप का पूरी तरह से जांचा-परखा हुआ और सुरक्षित खून का पर्याप्त भंडार मौजूद है।

क्या है इस ऐलान का असली मतलब?

यह सिर्फ़ एक घोषणा नहीं है, बल्कि एक ज़िम्मेदारी भरा आश्वासन है। इसका सीधा-सा मतलब है:

नहीं होगी खून की कमी: अगर किसी भी सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में किसी मरीज़ को इमरजेंसी में खून या प्लेटलेट्स की ज़रूरत पड़ती है, तो रेड क्रॉस उन्हें तुरंत यह उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह से सक्षम है।

डेंगू और वायरल में सबसे बड़ी राहत: इन दिनों डेंगू के मरीज़ों के लिए प्लेटलेट्स की ज़रूरत सबसे ज़्यादा पड़ती है। रेड क्रॉस का यह आश्वासन उन परिवारों के लिए सबसे बड़ी राहत है, जिनके मरीज़ प्लेटलेट्स की कमी से जूझ रहे हैं।

24x7 सेवा उपलब्ध: मरीज़ों की ज़रूरतों को देखते हुए, रेड क्रॉस की यह जीवन बचाने वाली सेवा दिन-रात, 24 घंटे चालू है, ताकि किसी की भी जान समय पर खून न मिलने की वजह से न जाए।

एक अपील और एक सलाम

रेड क्रॉस सोसाइटी के चेयरमैन, श्री देसाई प्रकाश रेड्डी ने इस मौके पर सभी अस्पतालों से अपील की है कि वे मरीज़ों की ज़रूरतों के लिए उनसे संपर्क करने में ज़रा भी संकोच न करें।

साथ ही, उन्होंने उन सभी अनाम रक्तदाताओं (blood donors) को दिल से धन्यवाद कहा है, जो चुपचाप आते हैं, अपना खून दान करते हैं और चले जाते हैं, बिना यह जाने कि उनका यह दान किसी की उखड़ती हुई साँसों को एक नई ज़िंदगी दे रहा है।

यह ख़बर हमें यह भी याद दिलाती है कि रक्तदान वास्तव में एक 'महादान' है। आपका दिया हुआ खून का एक छोटा सा यूनिट किसी परिवार की पूरी दुनिया को उजड़ने से बचा सकता है।