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Up Kiran, Digital Desk: नाइजीरिया के नाइजर राज्य में एक बड़े स्कूल अपहरण ने फिर से नाइजीरिया में बढ़ती असुरक्षा की गंभीर तस्वीर पेश की है। शुक्रवार तड़के बंदूकधारियों ने अगवारा के पापिरी गांव स्थित सेंट मैरी कैथोलिक स्कूल पर हमला कर 215 विद्यार्थियों और 12 शिक्षकों को अगवा कर लिया। यह हमला हाल के वर्षों में हुआ सबसे बड़ा स्कूल अपहरण माना जा रहा है।

इस घटना ने न केवल बच्चों और उनके परिवारों को गहरे संकट में डाल दिया, बल्कि नाइजीरिया में बढ़ते अपराधों और असुरक्षा के मुद्दे को भी एक बार फिर से उठाया है। सीएएन (नाइजीरिया के ईसाई संघ) के प्रवक्ता डैनियल अटोरी ने पीड़ित परिवारों से मिलकर उन्हें आश्वासन दिया कि अपहृत बच्चों की सुरक्षित वापसी के लिए प्रयास जारी हैं।

बढ़ते खतरों के बावजूद स्कूल की सुरक्षा में लापरवाही

चौंकाने वाली बात यह है कि सुरक्षा चेतावनियों के बावजूद स्कूल प्रशासन ने कक्षाएं फिर से शुरू करने का निर्णय लिया। अधिकारियों ने खुलासा किया कि प्रशासन ने इलाके में बढ़ते खतरों और अपहरण की खुफिया सूचनाओं के बावजूद स्कूल को खोलने की अनुमति दी। इस लापरवाही ने विद्यार्थियों और कर्मचारियों को एक गंभीर खतरे में डाल दिया।

नाइजर राज्य सरकार ने प्रशासन की कड़ी आलोचना की है और इसे 'लापरवाह' कदम बताया। स्थानीय निवासियों का कहना है कि हमले के दौरान पुलिस या सरकारी सुरक्षा बल किसी भी प्रकार से मौजूद नहीं थे, जिससे हमलावरों को आसानी से अपने मंसूबों को अंजाम देने का मौका मिला।

अगवा हुए बच्चों के लिए परिवारों में मचा कोहराम

लापता बच्चों के माता-पिता की स्थिति बेहद दर्दनाक है। 62 वर्षीय दाउदा चेकुला ने बताया कि उनके चार पोते-पोतियों को अगवा कर लिया गया है, जिनकी उम्र सात से दस साल के बीच है। उन्होंने बताया, "हमलावर बच्चों को जंगल में ले गए हैं, बाकी बच्चे बिखरे हुए हैं और हमें उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है।"