manmohan singh dies: पूर्व PM डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद केंद्र ने सात दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। गुरुवार रात 92 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। उन्हें अपने आवास पर अचानक बेहोशी की हालत में नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था। तत्काल चिकित्सा सहायता के बावजूद रात 9:51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार ने शुक्रवार को होने वाले सभी सरकारी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है। शुक्रवार को सुबह 11 बजे कैबिनेट की मीटिंग भी होगी। इसके बाद डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
इस बीच, कर्नाटक के मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने गुरुवार, 26 दिसंबर से सात दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है। इसके अतिरिक्त, दिवंगत नेता के सम्मान में 27 दिसंबर को सरकारी अवकाश घोषित किया गया है।
मनमोहन सिंह का एम्स में निधन
डॉ. मनमोहन सिंह को कल घर पर अचानक बेहोशी आ गई, जिसके बाद उन्हें एम्स दिल्ली ले जाया गया। एम्स ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "बहुत दुख के साथ हम पूर्व PM डॉ. मनमोहन सिंह के 92 वर्ष की आयु में निधन की सूचना देते हैं। उनका उम्र संबंधी बीमारियों के लिए इलाज चल रहा था और 26 दिसंबर 2024 को घर पर अचानक बेहोशी आ गई। घर पर तुरंत ही पुनर्जीवन उपाय शुरू किए गए। उन्हें रात 8:06 बजे एम्स, नई दिल्ली के मेडिकल इमरजेंसी में लाया गया। तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका और रात 9:51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।"
मनमोहन सिंह ने ऐसे की थी राजीति में शुरूआत
1932 में पंजाब में जन्मे डॉ. मनमोहन सिंह ने भारत के PM के रूप में दो कार्यकाल पूरे किए- 2004 से 2014 तक। उन्होंने 2004 में पहली बार पद की शपथ ली थी, जब 2004 के लोकसभा चुनाव में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए के खिलाफ कांग्रेस की जीत हुई थी। उन्होंने 2009 से 2014 तक अपना दूसरा कार्यकाल पूरा किया। उसके बाद 2014 में PM नरेंद्र मोदी ने उनका स्थान लिया। मृदुभाषी, विद्वान और विनम्र सिंह अप्रैल 2024 में राज्यसभा से सेवानिवृत्त होने के साथ सार्वजनिक जीवन से विदा हो गए हैं- पूर्व PM और भारत के आर्थिक सुधारों के वास्तुकार राजनीति से उसी तरह चुपचाप और बिना किसी समारोह के बाहर निकल रहे हैं, जैसे शायद वे 33 साल पहले राजनीति में आए थे।
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