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Up Kiran, Digital Desk: देश में कुछ समय पहले शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) के बेटे आर्यन खान से जुड़ा ड्रग्स केस काफी चर्चा में रहा था। इस पूरे विवाद में NCB (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) के अधिकारी समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) का नाम सबसे बड़ा था। काफी समय की खामोशी के बाद, अब यह मामला फिर सुर्खियों में आ गया है, लेकिन इस बार बात पूरी तरह से कानूनी है।

समीर वानखेड़े ने सुपरस्टार शाहरुख खान, उनकी प्रोडक्शन कंपनी रेड चिलीज एंटरटेनमेंट (Red Chillies Entertainment) और OTT प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स (Netflix) के ख़िलाफ़ बड़ा मानहानि मुकदमा (Defamation Suit) ठोका है। अब इस पूर्व अधिकारी ने आखिरकार सामने आकर बताया है कि इस कदम को उठाना उनके लिए क्यों ज़रूरी था।

मानहानि केस पर क्यों हुई सख्ती: वानखेड़े का यह मानना है कि इन सब ने मिलकर (फिल्म/कंटेंट के माध्यम से) जानबूझकर उनकी सार्वजनिक छवि को ख़राब करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल, उनकी मेहनत और ईमानदारी को बदनाम करने वाले बेबुनियाद आरोप लगाए गए और कुछ सामग्रियों (Content) में गलत ढंग से उनको पेश किया गया, जिससे उन्हें और उनके परिवार को निजी स्तर पर बहुत मानहानि और परेशानी झेलनी पड़ी।

यही वजह है कि इतने बड़े स्टार, उनकी प्रोडक्शन हाउस और एक इंटरनेशनल स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म को इस मामले में घसीटा गया है। समीर वानखेड़े चाहते हैं कि न्यायालय (Court) इस पूरी बात की गंभीरता को समझे और उन सभी को ज़िम्मेदार ठहराए जिन्होंने उनके ख़िलाफ़ कोई आपत्तिजनक (Offensive) बात दिखाई या प्रसारित की।

उनका कहना है कि यह लड़ाई सिर्फ उनकी निजी छवि को सुधारने के लिए नहीं है, बल्कि देश में सरकारी अधिकारियों के सम्मान और ईमानदारी की रक्षा के लिए भी ज़रूरी है। अब सबको इंतजार है कि शाहरुख खान और नेटफ्लिक्स की तरफ से इस कानूनी कदम पर क्या प्रतिक्रिया आती है।