
Up Kiran, Digital Desk: कर्नाटक के शिवमोग्गा जेल में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक कैदी ने मोबाइल फोन निगल लिया। कैदी की जान आपातकालीन सर्जरी के बाद बचा ली गई है। इस घटना ने जेलों के अंदर सुरक्षा और कैदियों तक प्रतिबंधित वस्तुओं की पहुंच पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह घटना तब सामने आई जब कैदी को अचानक पेट में तेज दर्द होने लगा और उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। प्रारंभिक जांच और मेडिकल स्कैन में उसके पेट के अंदर एक विदेशी वस्तु का पता चला, जिसकी पहचान मोबाइल फोन के रूप में हुई। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया और जीवन बचाने के लिए आपातकालीन सर्जरी की गई।
चिकित्सकों ने बताया कि यह एक जटिल ऑपरेशन था, क्योंकि मोबाइल फोन निगलने से आंतरिक अंगों को गंभीर क्षति पहुंचने का खतरा था। हालांकि, समय पर हस्तक्षेप और सफल सर्जरी के कारण कैदी की जान बचा ली गई है और उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
जेल अधिकारियों ने इस मामले की गहन जांच शुरू कर दी है कि आखिर कैदी तक मोबाइल फोन कैसे पहुंचा। यह घटना भारतीय जेलों में प्रतिबंधित वस्तुओं की तस्करी और सुरक्षा खामियों की एक बड़ी समस्या को उजागर करती है। जेल प्रशासन को अब ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए अपनी सुरक्षा प्रोटोकॉल और तलाशी प्रक्रियाओं को और सख्त करने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
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