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Up Kiran, Digital Desk: दिल्ली के लाल किला इलाके में हुए धमाके की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे इसमें चौंकाने वाले और डराने वाले खुलासे हो रहे हैं. जांच एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, पकड़े गए संदिग्ध आतंकवादियों का इरादा सिर्फ दिल्ली में धमाका करना नहीं था, बल्कि वे देश के कई प्रमुख शहरों में सीरियल बम ब्लास्ट को अंजाम देने की फिराक में थे. उनके निशाने पर मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के दो सबसे संवेदनशील धार्मिक शहर- अयोध्या और प्रयागराज थे.

सूत्रों ने बताया कि संदिग्धों की योजना त्योहारों के समय इन जगहों पर सिलसिलेवार धमाके करके देश में बड़े पैमाने पर दहशत और अशांति फैलाने की थी. खुफिया एजेंसियों को पूछताछ में पता चला है कि इन आतंकियों का हैंडलर सीमा पार बैठा है, जो उन्हें लगातार निर्देश दे रहा था.

कैसे हुआ साजिश का पर्दाफाश?

सुरक्षा एजेंसियों को यह बड़ी कामयाबी एक खुफिया इनपुट के आधार पर मिली. जानकारी मिलते ही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और अन्य सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गईं. संदिग्धों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी गई और सही समय पर उन्हें धर दबोचा गया. उनके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक और बम बनाने का सामान (IED) भी बरामद हुआ है, जिससे पता चलता है कि वे अपनी योजना के काफी करीब पहुंच चुके थे.

पूछताछ में और क्या पता चला?

शहरों का चुनाव: सूत्रों के अनुसार, अयोध्या और प्रयागराज जैसे धार्मिक महत्व वाले शहरों को जानबूझकर चुना गया था, ताकि सांप्रदायिक तनाव पैदा किया जा सके. लोकल मदद: जांच एजेंसियां अब इस बात का पता लगाने में जुटी हैं कि क्या इन आतंकियों को स्थानीय स्तर पर भी किसी ने मदद की थी. उनके स्लीपर सेल नेटवर्क की भी जांच की जा रही है. निशाने पर थे भीड़भाड़ वाले इलाके: आतंकियों की योजना इन शहरों के भीड़भाड़ वाले इलाकों, जैसे कि प्रमुख बाजारों और धार्मिक स्थलों के पास धमाके करने की थी, ताकि ज्यादा से ज्यादा नुकसान हो.

इस बड़े खुलासे के बाद उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में सुरक्षा व्यवस्था और भी कड़ी कर दी गई है. अयोध्या और प्रयागराज में खास तौर पर हाई अलर्ट जारी किया गया है और आने-जाने वाले हर व्यक्ति पर कड़ी नजर रखी जा रही है. जांच एजेंसियां अब इस आतंकी मॉड्यूल की सभी कड़ियों को जोड़ने की कोशिश कर रही हैं, ताकि भविष्य में इस तरह के किसी भी खतरे को रोका जा सके.