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Up Kiran, Digital Desk: एशिया कप 2025 के लिए बीसीसीआई ने जब टीम इंडिया की 15 सदस्यीय टी20 स्क्वाड की घोषणा की, तो क्रिकेट प्रेमियों के बीच जहां शुभमन गिल की वापसी और उपकप्तान के रूप में उनकी नियुक्ति की चर्चा रही, वहीं एक नाम था जिसकी चुपचाप अनदेखी कर दी गई अक्षर पटेल। पिछले टी20 सीरीज में इंग्लैंड के खिलाफ सुर्यकुमार यादव के डिप्टी रहे अक्षर को अचानक उपकप्तान पद से हटाए जाने को लेकर न तो कोई स्पष्टीकरण दिया गया, न ही मीडिया से कोई सवाल पूछा गया।
इस चुप्पी ने कई लोगों को हैरान कर दिया, जिनमें पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ भी शामिल हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, “उम्मीद है कि अक्षर पटेल को पहले से इस बारे में जानकारी दी गई होगी और उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस से नहीं पता चला होगा। उन्होंने कुछ गलत नहीं किया, तो कम से कम एक वजह तो बताई जानी चाहिए थी।”
टीम मैनेजमेंट की चुप्पी बनी चर्चा का विषय
बीसीसीआई की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूरी बातचीत शुभमन गिल की उपकप्तानी और टीम कॉम्बिनेशन के इर्द-गिर्द घूमती रही, लेकिन किसी ने यह नहीं पूछा कि अक्षर पटेल को नेतृत्व से क्यों हटाया गया। वही अक्षर ने हालिया समय में खुद को एक भरोसेमंद ऑलराउंडर के रूप में स्थापित किया है — न सिर्फ गेंद से, बल्कि बल्ले से भी उन्होंने कई अहम मौकों पर योगदान दिया है। गिल से पहले वही उपकप्तान थे।
इंग्लैंड टी20 सीरीज में अक्षर का प्रदर्शन
इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में अक्षर ने पांच मुकाबलों में छह विकेट चटकाए थे, औसत रहा महज़ 16.5 और इकॉनमी 7 के आसपास। बल्लेबाज़ी में उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले, लेकिन पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप में उनकी भूमिका ‘फ्लोटर’ की रही, जहां टीम ने उन्हें परिस्थितियों के अनुसार ऊपर भेजा।
फाइनल में साउथ अफ्रीका के खिलाफ जब भारत की शुरुआत बेहद खराब रही और स्कोर 34/3 था, तब अक्षर नंबर 5 पर आए और 31 गेंदों पर 47 रन की पारी खेली। इस पारी में उन्होंने एक चौका और चार लंबे छक्के लगाए, साथ ही विराट कोहली के साथ 72 रन की साझेदारी की जो मैच को बदलने वाली साबित हुई।
क्या पारदर्शिता की कमी से टीम मैनेजमेंट की छवि प्रभावित हो रही है
ऐसे में सवाल उठना लाज़मी है कि क्या बीसीसीआई और टीम मैनेजमेंट चयन में पारदर्शिता बरत रहे हैं? क्या खिलाड़ियों को उनके भविष्य की भूमिका के बारे में पर्याप्त संवाद किया जा रहा है? खिलाड़ियों की मेहनत, खासकर जब वे लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हों, अगर इस तरह अनदेखी का शिकार हो तो यह ना सिर्फ उनके आत्मविश्वास पर असर डाल सकता है बल्कि टीम के भीतर विश्वास की कमी भी पैदा कर सकता है।
अन्य चर्चित नाम जो स्क्वाड से बाहर रहे
इस चयन में एक और चौंकाने वाला फैसला था — श्रेयस अय्यर और यशस्वी जायसवाल जैसे इन-फॉर्म खिलाड़ियों को एशिया कप टीम में जगह नहीं मिली। सोशल मीडिया पर फैंस ने इस फैसले पर भी सवाल उठाए और माना कि इन दोनों को मौका मिलना चाहिए था।
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