img

Up Kiran, Digital Desk: अमेरिका में जारी सरकारी शटडाउन अब 36वें दिन में प्रवेश कर चुका है, और इसके परिणामस्वरूप हवाई यात्रा पर गंभीर असर पड़ने की संभावना है। ट्रंप प्रशासन ने घोषणा की है कि यदि शटडाउन की स्थिति बनी रही और डेमोक्रेट्स ने अपनी मांगों को नहीं बदला तो देश के प्रमुख हवाई अड्डों पर उड़ानों की संख्या में बड़ी कटौती की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि यह कदम हवाई यातायात नियंत्रकों पर बढ़ते दबाव को कम करने के लिए उठाया जा रहा है, जो लंबे समय से बिना वेतन के काम कर रहे हैं।

वेतन न मिलने से हवाई यातायात नियंत्रकों पर बढ़ा दबाव

परिवहन सचिव सीन डफी ने इस स्थिति पर चिंता जताई है और कहा कि हवाई यातायात नियंत्रक शटडाउन के कारण बेहद कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। उनके पास काम की अधिकता और कर्मचारियों की कमी है। वर्तमान में 14,000 स्वीकृत पदों में से लगभग 3,000 पद रिक्त हैं, जिससे बाकी नियंत्रक अतिरिक्त ओवरटाइम शिफ्ट में काम कर रहे हैं। लेकिन सबसे बड़ी समस्या यह है कि इन कर्मचारियों को पिछले एक महीने से वेतन नहीं मिला है, जिससे उनकी स्थिति और कठिन हो गई है।

आर्थिक संकट और पर्यटन पर प्रभाव

इस फैसले का असर न केवल हवाई यातायात बल्कि देश की आर्थिक स्थिति पर भी पड़ेगा। रिपोर्टों के अनुसार, अगर हवाई उड़ानों में कटौती की जाती है, तो लाखों यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना में बदलाव करना पड़ेगा। इससे पर्यटन उद्योग को भी बड़ा झटका लगेगा। अमेरिका के प्रमुख हवाई अड्डों में से कई, जिनमें न्यूयॉर्क और वाशिंगटन डीसी के प्रमुख हवाई अड्डे शामिल हैं, व्यापार और पर्यटन के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। ऐसे में हवाई सेवाओं में कमी से इन क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।