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Up Kiran, Digital Desk: बॉलीवुड के 'मिस्टर परफेक्शनिस्ट' आमिर खान अपनी फिल्मों को लेकर हमेशा कुछ नया और अलग करने के लिए जाने जाते हैं। उनकी हर फिल्म के साथ एक उम्मीद जुड़ी होती है। हाल ही में, उन्होंने अपनी नई फिल्म 'सितारे ज़मीन पर' को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है, जिससे दर्शकों के मन में चल रही अटकलें समाप्त हो गई हैं। आमिर खान ने साफ कर दिया है कि उनकी यह फिल्म सीधे ओटीटी (OTT) प्लेटफॉर्म पर रिलीज़ नहीं होगी, बल्कि दर्शक इसे सबसे पहले बड़े पर्दे यानी सिनेमाघरों में ही देख पाएंगे।

आमिर को क्यों पसंद नहीं OTT-फर्स्ट मॉडल?

आमिर खान ने अपनी इस पसंद की वजह भी बताई है। उनका मानना है कि किसी भी फिल्म को सबसे पहले सिनेमाघरों में ही रिलीज़ किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "जहाँ तक मेरी फ़िल्मों की बात है, तो मुझे सीधे ओटीटी पर फ़िल्म रिलीज़ करने का वो मॉडल कभी पसंद नहीं आया। मैं अपनी फ़िल्मों के लिए हमेशा थिएट्रिकल रिलीज़ (सिनेमाघर में रिलीज़) ही चाहता हूँ।"

आमिर ने आगे इस बात पर जोर दिया कि सिनेमाघरों में एक साथ बैठकर फ़िल्म देखने का अनुभव (कम्युनल एक्सपीरियंस) पूरी तरह से अलग होता है। "जब आप एक साथ अंधेरे कमरे में बैठे होते हैं, हँस रहे होते हैं, रो रहे होते हैं, या ताली बजा रहे होते हैं - उस सामूहिक अनुभव में एक जादू होता है, और मैं उसे कभी खोना नहीं चाहता।"

'लाल सिंह चड्ढा' और 'सितारे ज़मीन पर' में अंतर

जब उनसे उनकी पिछली फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' के बारे में पूछा गया, जो बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं कर पाई थी और बाद में जल्दी ही ओटीटी पर आ गई थी, तो आमिर ने स्पष्ट किया कि 'लाल सिंह चड्ढा' भी पहले सिनेमाघरों में ही रिलीज़ हुई थी। उसके बाद ही उसे ओटीटी पर लाया गया। उन्होंने कहा कि उस समय कोविड महामारी और सिनेमाघरों के खुलने की स्थिति के कारण हालात थोड़े अलग थे, लेकिन उनका मूल विचार यही रहता है कि फिल्म को पहले बड़े पर्दे पर ही लाया जाए।

'सितारे ज़मीन पर' का उद्देश्य: परिवारों को सिनेमाघरों तक लाना

अपनी नई फिल्म 'सितारे ज़मीन पर' के बारे में बात करते हुए आमिर ने बताया कि यह एक मनोरंजक फ़िल्म है, जिसे वह चाहते हैं कि पूरा परिवार एक साथ सिनेमाघरों में आकर देखे। उन्होंने कहा, "मैं चाहता हूँ कि 'सितारे ज़मीन पर' के ज़रिए मैं एक ऐसी फ़िल्म लेकर आऊँ, जिसे देखकर पूरे परिवार को सिनेमाघरों में एक साथ हँसने, ख़ुश होने और मज़ा लेने का मौका मिले।"

आमिर खान का यह बयान एक बार फिर सिनेमाघरों के प्रति उनके गहरे लगाव और विश्वास को दर्शाता है। वे चाहते हैं कि दर्शक पहले बड़े पर्दे पर ही उनकी कला का अनुभव करें, क्योंकि उनका मानना है कि फ़िल्म देखने का असली जादू वहीं है। अब देखना यह होगा कि 'सितारे ज़मीन पर' दर्शकों को कितना प्रभावित करती है और क्या यह आमिर की उम्मीदों पर खरी उतर पाती है।

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