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Up Kiran, Digital Desk: गुरुवार की सुबह एक भयावह हादसे ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को हिला कर रख दिया, जब एक निजी स्लीपर बस अनियंत्रित होकर हाईवे से नीचे जा गिरी। बस बिहार से दिल्ली की ओर जा रही थी और उसमें लगभग 80 यात्री सवार थे।
दुर्घटना कैसे हुई?
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि यह हादसा इटावा के सैफई क्षेत्र में माइलस्टोन 103 के आसपास हुआ। आशंका जताई जा रही है कि बस के चालक को झपकी आ गई थी, जिसके चलते वाहन सड़क से फिसल कर नीचे गिर पड़ा।
जानमाल का नुकसान
हादसे में दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में एक महिला सईदा खातून, जो नेपाल की रहने वाली थीं, और बिहार के दरभंगा जिले के रहने वाले मनोज कुमार (55) शामिल हैं। इसके अलावा करीब 50 अन्य यात्री गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें तुरंत पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
मौके पर तेजी से पहुंची राहत टीम
दुर्घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन हरकत में आ गया। पुलिस और मेडिकल टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं और घायलों को बस से निकालकर अस्पताल पहुंचाया। इटावा के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया और राहत कार्यों की निगरानी की।
क्या कहती हैं स्थानीय एजेंसियां?
प्रशासन की ओर से बताया गया है कि दुर्घटना की गहराई से जांच की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि हादसे की वजह अगर ड्राइवर की लापरवाही पाई जाती है, तो उचित कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, घायल यात्रियों को हरसंभव चिकित्सा सहायता देने की बात कही गई है।
बस यात्राओं की सुरक्षा पर फिर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर से लंबी दूरी की बस यात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यात्रियों के लिए स्लीपर बसें आरामदायक तो होती हैं, लेकिन यदि वाहन चालक थका हुआ हो या सुरक्षा मानकों का पालन न हो, तो नतीजे बेहद खतरनाक हो सकते हैं।
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