
Up Kiran, Digital Desk: केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाएं आज बिहार के वैशाली जिले के लोगों के लिए किसी जीवनदायिनी से कम साबित नहीं हो रही हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) जहाँ गरीबों को सिर छिपाने के लिए एक पक्का घर दे रही है, वहीं प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) किसानों को वित्तीय तनाव से मुक्त होकर अपनी जमीन पर खेती करने का संबल प्रदान कर रही है। ये योजनाएं न केवल लोगों के जीवन स्तर को ऊंचा उठा रही हैं, बल्कि उन्हें एक सुरक्षित और गरिमापूर्ण जीवन जीने का अधिकार भी दे रही हैं।
PMAY: कुशियरी पंचायत में खुशहाली का नया आशियाना
वैशाली जिले के बिजयपुर ब्लॉक की कुशियरी पंचायत में, प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के लाभार्थी जयकिशन ठाकुर (Jaikishun Thakur) की कहानी इस योजना के जमीनी असर को बयां करती है। उन्होंने बताया कि कैसे इस योजना ने उनके परिवार के जीवन को पूरी तरह से बदल दिया है।
"पहले बारिश के मौसम में घर में पानी टपकता रहता था, और बच्चे बहुत परेशान हो जाते थे," जयकिशन बताते हैं। "लेकिन अब, पक्के घर के साथ, वह समस्या हमेशा के लिए खत्म हो गई है। हम प्रधानमंत्री का इसके लिए धन्यवाद करते हैं।" यह एक छोटे से उदाहरण से पता चलता है कि कैसे एक पक्का घर, जो कभी एक सपना था, अब PMAY के माध्यम से हकीकत बन रहा है, जिससे लोगों को सुरक्षा और आराम मिल रहा है।
प्रधानमंत्री आवास योजना, जिसे मई 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस विजन के तहत लॉन्च किया गया था जिसका लक्ष्य हर परिवार को एक पक्का घर उपलब्ध कराकर उनके जीवन स्तर में सुधार करना था, आज देश भर में लाखों लोगों के लिए आशा की किरण बनी है। शहरी क्षेत्रों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना–शहरी (PMAY-Urban) 2015 में और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना–ग्रामीन (PMAY-Gramin) 2016 में शुरू की गई थी, जिसने भारत भर में करोड़ों लोगों को गरिमा और सुरक्षा प्रदान की है।
PM-KISAN: किसानों के लिए आर्थिक संबल, खेती में आई तेज़ी
वहीं, किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) समय पर खेती संबंधी गतिविधियों को पूरा करने के लिए एक महत्वपूर्ण सहारा साबित हो रही है। बिजयपुर थाना क्षेत्र के निवासी रणधीर कुमार (Randhir Kumar) ने IANS को बताया, "पीएम-किसान एक बहुत अच्छी योजना है। किश्तें सीधे हमारे बैंक खातों में आती हैं, जिससे हमें समय पर खेती के खर्चों को प्रबंधित करने में मदद मिलती है।"
उन्होंने आगे कहा, "पहले हमें पैसों की कमी के कारण दिक्कतें होती थीं, लेकिन अब हम बिना किसी देरी के खेती कर पाते हैं। इसके लिए हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार के आभारी हैं।" रणधीर कुमार जैसे लाखों किसानों के लिए, PM-KISAN ने नकदी प्रवाह की अनिश्चितता को कम किया है, जिससे वे बेहतर योजना बना सकते हैं और अपनी उपज को अधिकतम करने पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
2019 में शुरू की गई PM-KISAN योजना का उद्देश्य किसानों को एक निश्चित आय सहायता प्रदान करना है। हाल ही में, 2 अगस्त 2025 को, प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी से इस योजना की 20वीं किश्त जारी की, जिससे देशभर के 9.7 करोड़ से अधिक किसानों को लाभ हुआ। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से, लगभग ₹20,500 करोड़ सीधे लाभार्थियों के खातों में जमा किए गए, जिससे पारदर्शिता सुनिश्चित हुई और बिचौलियों की भूमिका समाप्त हो गई।
सरकारी योजनाओं का व्यापक प्रभाव
वैशाली जिले में इन योजनाओं का सफल क्रियान्वयन यह दर्शाता है कि कैसे केंद्र सरकार की दूरदर्शी नीतियां जमीनी स्तर पर सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं। PMAY जहां लोगों को एक सुरक्षित आश्रय प्रदान कर रही है, वहीं PM-KISAN किसानों को आर्थिक सुरक्षा देकर कृषि क्षेत्र को मजबूत कर रही है। ये योजनाएं न केवल लाभार्थियों के जीवन को बेहतर बना रही हैं, बल्कि ग्रामीण भारत के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।
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