
Up Kiran, Digital Desk: अभिनेत्री सोनाली बेंद्रे (Sonali Bendre), जिन्हें अपनी सदाबहार खूबसूरती और दमदार अभिनय के लिए जाना जाता है, ने डिजिटल युग (digital era) और समाज पर इसके गहरे प्रभाव पर अपने विचार साझा किए हैं. उनका मानना है कि अब पीढ़ीगत बदलाव (generational changes) अविश्वसनीय रूप से तेजी से हो रहे हैं, जिसने लोगों के आपस में जुड़ने और बातचीत करने के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है. यह 'तकनीकी क्रांति' (technological revolution) केवल संचार को ही नहीं, बल्कि 'मानव संबंधों' (human relationships) के मूलभूत ढांचे को भी प्रभावित कर रही है, जिससे 'सामाजिक गतिशीलता' (social dynamics) में अप्रत्याशित परिवर्तन आ रहे हैं.
बस हर 3 साल में 'न्यू जेनरेशन'! इंटरनेट ने ऐसे बदल दिए हैं आपके रिश्ते...
आईएएनएस को दिए एक विशेष साक्षात्कार में (IANS interview Sonali Bendre), सोनाली बेंद्रे (Sonali Bendre interview) से जब पूछा गया कि इंटरनेट (internet) के आने से दुनिया और रिश्ते कैसे बदले हैं, तो उन्होंने इस तेजी से होते परिवर्तन पर अपनी हैरानगी व्यक्त की. 'हम साथ-साथ हैं' (Hum Saath - Saath Hain) जैसी सुपरहिट फिल्म से घर-घर में पहचान बनाने वाली इस अभिनेत्री ने बताया कि पहले पीढ़ीगत बदलाव आने में दशकों लग जाते थे, लेकिन अब वे कुछ ही सालों के भीतर घटित हो रहे हैं. यह न केवल लोगों के जीने के तरीके को बदल रहा है, बल्कि उनके जुड़ने और संवाद करने की ‘नई रणनीतियाँ’ भी बना रहा है. सोनाली ने साझा किया, “बदलाव बहुत बड़ा है! हमारे समय में, एक पीढ़ी 20–25 साल में बदलती थी. अब ऐसा लगता है कि यह हर तीन साल में बदल रही है. सब कुछ पूरी तरह उलट-पुलट हो गया है. इंटरनेट ने लोगों के रहने और जुड़ने के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है.”
गूगल-चैटजीपीटी' वाले युवाओं को सलाह देना बेकार! सोनाली ने क्यों कहा ये बात
सोनाली बेंद्रे, जिनकी शादी (Sonali Bendre's marriage) समय की हर कसौटी पर खरी उतरी है (उन्होंने गोल्डी बहल के साथ दो दशकों से अधिक का सफल वैवाहिक जीवन बिताया है), उन्होंने प्यार (love), शादी (marriage) और तलाक (divorce) के प्रति युवा पीढ़ी के तेजी से बढ़ते दृष्टिकोण पर अपने बेबाक विचार रखे. उनका मानना है कि आज के युवाओं को सलाह देना अक्सर निरर्थक होता है, क्योंकि उन्हें लगता है कि वे पहले से ही सब कुछ जानते हैं. सोनाली बेंद्रे ने अपनी मुस्कान के साथ कहा, "मुझे नहीं लगता कि कोई भी वास्तव में युवाओं को सलाह दे सकता है, और जो कोशिश करते हैं वे अक्सर विफल रहते हैं. उन्हें विश्वास है कि वे सब कुछ जानते हैं. उनके पास गूगल (Google) है, चैटजीपीटी (ChatGPT) है — हर सवाल का जवाब उनकी उंगलियों पर है." यह 'आज की युवा पीढ़ी' (today's youth) की 'जानकारी तक त्वरित पहुंच' (instant access to information) को दर्शाता है, जो उन्हें किसी भी पारंपरिक सलाह को स्वीकार करने में संकोच करने पर मजबूर करता है.
सोनाली बेंद्रे का 'सफल शादी' का सीक्रेट मंत्र: रोज की मेहनत, सम्मान और बराबरी की साझेदारी
अभिनेत्री ने एक खुशहाल और सफल शादी (happy marriage secrets) के अपने मूल सिद्धांतों को भी साझा किया. उन्होंने जोर देकर कहा, “शादी, मेरे हिसाब से, कुछ ऐसा है जिसके लिए रोजाना प्रयास (daily effort in marriage) की आवश्यकता होती है. इसे कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए.” उनका मानना है कि शादी कोई 'टेकिंग फॉर ग्रांटेड' चीज़ नहीं, बल्कि एक 'जीवंत रिश्ता' (living relationship) है जिसे लगातार पोषण की आवश्यकता होती है. सोनाली के अनुसार, “दोनों पार्टनर्स को इस पर काम करने की जरूरत है. आपसी सम्मान आवश्यक है.” उनके लिए, शादी समानता की साझेदारी है — “ऐसा नहीं है कि हमें हर चीज में समान होना है, लेकिन हमारी ताकतें एक-दूसरे की पूरक होनी चाहिए.” सोनाली ने समझाया, "मेरे पास मेरे मजबूत बिंदु हैं, और मेरे पति के पास अपने. हम उसी हिसाब से जिम्मेदारियों (division of responsibilities) को बांटते हैं." यह दृष्टिकोण एक 'स्वस्थ वैवाहिक जीवन' (healthy married life) का ब्लूप्रिंट प्रस्तुत करता है, जहाँ प्रत्येक साथी अपनी अद्वितीय शक्तियों और कमजोरियों के साथ दूसरे का समर्थन करता है, जिससे 'रिश्तों में संतुलन' (balance in relationships) बना रहता है.
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