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Up Kiran, Digital Desk: शिलांग में राजा रघुवंशी हत्याकांड में अब एक चौंकाने वाला सच सामने आया है। 9 जून को मिली जानकारी के अनुसार, यह पता चला है कि राजा की हत्या उसकी पत्नी सोनम ने ही की थी। खुद को निर्दोष और पीड़ित दिखाने की सोनम की शुरुआती कोशिश नाकाम हो गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सोनम ने ही राजा रघुवंशी को शिलांग की वादियों में आखिरी झटका दिया। यानी उसने अपने पति को घाटी में धकेल दिया। दिलचस्प बात यह है कि घाटी में फेंके जाने से पहले राजा की सांसें चल रही थीं और वह अपनी आखिरी सांस तक हत्यारों से लड़ता रहा।
सुनियोजित हत्या की साजिश
राज कुशवाह, सोनम और तीन हत्यारों ने राजा की हत्या की साजिश रची थी। जैसे ही राजा और सोनम शिलांग पहुंचे, आरोपियों ने राजा पर हमला कर दिया। राजा ने बहादुरी से विरोध किया, लेकिन सीने और सिर पर गंभीर चोटों के कारण उसका विरोध करना मुश्किल हो गया।
पुलिस के अनुसार, चारों आरोपियों में से एक विशाल चौहान ने राजा के सिर पर पीछे से हमला किया। इस समय सोनम वहीं खड़ी होकर चिल्ला रही थी, "मार डालो इसे!" आरोपियों ने बताया कि राजा रघुवंशी को घाटी में धकेलने से पहले वह जिंदा था। चूंकि उसे घाटी में धकेलने में दिक्कत हो रही थी, इसलिए सोनम ने उसकी मदद की और आखिरी धक्का दिया, जिससे राजा रघुवंशी गहरी घाटी में जा गिरा।
हत्या से पहले मां से बातचीत, हत्यारों की रेकी
आरोपियों ने यह भी बताया कि हत्या से ठीक आधे घंटे पहले सोनम ने राजा की मां से फोन पर बात की थी। आकाश नाम का एक आरोपी बाइक पर जमीन पर नजर रख रहा था, ताकि अगर कोई आ रहा हो तो वह सूचना दे सके। सोनम द्वारा नियुक्त हत्यारों ने हत्या से एक दिन पहले यानी 22 मई को राजा से दोस्ती की। राजा को अपने भरोसे में लेकर उन्होंने 23 मई को इस खौफनाक साजिश को अंजाम दिया। हत्या के बाद सभी आरोपी राज कुशवाह के साथ इंदौर लौट आए, वही सोनम वहीं घूम रही थी।
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