
देश की प्रमुख घरेलू एयरलाइन स्पाइसजेट अपनी वित्तीय चुनौतियों से उबरने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही है। कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर अजय सिंह ने बताया कि स्पाइसजेट का पुनरुद्धार (रिवाइवल) प्रोजेक्ट अच्छे ट्रैक पर है और आने वाले 12 महीनों में फ्लीट दोगुना करने की तैयारी है।
अजय सिंह के मुताबिक, इस साल जनवरी में कंपनी ने घोषणा की थी कि मिड-अप्रैल तक 10 बंद पड़े विमान दोबारा ऑपरेशन में लाए जाएंगे, जिनमें 4 बोइंग B737 मैक्स भी शामिल हैं। इसके अलावा, अक्टूबर 2024 से अब तक कंपनी ने 10 नए विमान अपने बेड़े में जोड़े हैं, जिनमें 3 विमान रिपेयर के बाद वापस लाए गए और 7 लीज पर लिए गए हैं।
वित्तीय संकट के बाद नए निवेश से मिली राहत
पिछले कुछ वर्षों में स्पाइसजेट को आर्थिक समस्याओं और कानूनी विवादों का सामना करना पड़ा, विशेष रूप से विमान पट्टेदारों के साथ। लेकिन हाल के महीनों में कंपनी ने नया फंड जुटाया है, जिससे रिवाइवल की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ रही है।
अजय सिंह ने कहा,
"फिलहाल हमारे सभी विमान सक्रिय नहीं हैं, लेकिन हम पूरी कोशिश कर रहे हैं। हम सही दिशा में बढ़ रहे हैं और अगले 12 महीनों में मौजूदा स्थिति से दोगुना हो जाएंगे।"
चीन पर प्रतिबंध का फायदा उठाना चाहती है स्पाइसजेट
इस साल 10 जनवरी तक स्पाइसजेट के पास कुल 62 विमान थे, जिनमें से केवल 28 विमान ऑपरेशन में थे। इसमें शामिल थे:
20 बोइंग B737
6 DHC-8 डैश 8 विमान
2 एयरबस A320
जब चीन द्वारा बोइंग विमानों की डिलीवरी पर लगाई गई पाबंदियों के असर के बारे में पूछा गया, तो अजय सिंह ने कहा,
“हम मैन्युफैक्चरर्स से बातचीत करेंगे और देखेंगे कि इस स्थिति से हमें किस तरह का लाभ मिल सकता है। हमें पूरी जानकारी नहीं है कि चीन को कितने विमान दिए जा रहे थे और अब उनका क्या होगा, लेकिन अगर हमें इससे फायदा मिल सकता है तो हम पूरी तरह इसका उपयोग करेंगे।”