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राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र में शुक्रवार शाम मौसम ने अचानक करवट ली और झुंझुनूं, सीकर और चूरू जिले तेज धूलभरी आंधी और अंधड़ की चपेट में आ गए। कुछ ही पलों में आसमान में धूल का इतना घना गुबार छा गया कि दिन में ही अंधेरा सा नजर आने लगा। इस अप्रत्याशित तूफान ने लोगों की दिनचर्या को बुरी तरह प्रभावित किया और आम जनजीवन पूरी तरह से थम सा गया।

शादी-ब्याह की तैयारियों पर टूटा मौसम का कहर

इस तेज आंधी ने उन परिवारों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया, जो अपने घरों में शादी समारोह की तैयारियों में व्यस्त थे। कई जगह लाखों रुपये खर्च कर बनाए गए टेंट और सजावट के इंतजाम चंद मिनटों में बर्बाद हो गए। शेखावाटी क्षेत्र में होने वाले बड़े समारोहों में यह तूफान एक बड़ा झटका बनकर आया। आयोजकों को भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ा, क्योंकि सजावट का अधिकांश सामान पूरी तरह नष्ट हो गया।

सड़कों पर गिरे पेड़, यातायात ठप

तेज हवाओं के चलते कई जगह पेड़ जड़ से उखड़कर सड़कों पर आ गिरे, जिससे ग्रामीण और शहरी इलाकों में यातायात बाधित हो गया। दृश्यता कम होने के कारण वाहन चालक भी असमंजस में पड़ गए और सड़कों के किनारे अपनी गाड़ियां रोकनी पड़ीं। कुछ इलाकों में तो ट्रैफिक पूरी तरह ठप हो गया और पुलिस को सड़कों से अवरोध हटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।

बाजारों में भी मची तबाही

तूफान का असर बाजारों पर भी साफ दिखाई दिया। दुकानों के बाहर सजे सामान उड़ गए, कई दुकानों के होर्डिंग्स और बैनर तेज हवा में उड़कर गिर पड़े। व्यापारियों को सामान की हानि तो हुई ही, साथ ही ग्राहकों की भीड़ भी छंट गई जिससे रोजमर्रा का व्यापार ठप हो गया।

किसानों की फसलें बर्बाद, खेतों में मची अफरा-तफरी

तूफान का सबसे ज्यादा प्रभाव ग्रामीण इलाकों में देखने को मिला, जहां किसान पहले से ही कटाई कर चुके थे और खेतों में गेहूं, चना, सरसों जैसी फसलें तैयार रखी थीं। तेज हवाओं और धूल की वजह से इन फसलों को भारी नुकसान पहुंचा। खेतों में फैली फसलें उड़ गईं या बिखर गईं। किसान अपने खेतों में टोपियों और गमछों से चेहरा ढककर फसलों को समेटते नजर आए, लेकिन भारी नुकसान से उनका मनोबल टूटता दिखा।

बिजली आपूर्ति पर पड़ा असर, गांवों में छाया अंधकार

तेज आंधी के कारण बिजली के खंभे और तार भी प्रभावित हुए। झुंझुनूं, सीकर और चूरू जिलों के कई गांवों में बिजली पूरी तरह गुल हो गई। कई इलाकों में विद्युत पोल टूट गए और तारों को गंभीर नुकसान हुआ। बिजली विभाग की टीमें स्थिति को संभालने में जुटी हैं, लेकिन नुकसान इतना व्यापक है कि बिजली आपूर्ति बहाल होने में समय लग सकता है।

इस अचानक आई धूलभरी आंधी ने शेखावाटी के तीनों जिलों में न सिर्फ सामाजिक और पारिवारिक गतिविधियों को रोका, बल्कि आर्थिक और कृषि संबंधी हालात पर भी गहरी चोट दी। स्थानीय प्रशासन की ओर से नुकसान का आंकलन शुरू किया गया है और राहत कार्यों में तेजी लाई जा रही है।

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