bomb threat: हाल ही में दक्षिणी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश इलाके में एक प्राइवेट स्कूल से जुड़े बम मेल मामले में एक 14 वर्षीय छात्र की पहचान संदिग्ध के रूप में की गई है। पुलिस के अनुसार, 14 वर्षीय छात्र ने कई स्कूलों को ईमेल भेजे क्योंकि वह स्कूल जाने के मूड में नहीं था।
सवाल जवाब के दौरान बच्चे ने बताया कि उसने धमकी भरा ईमेल इसलिए भेजा क्योंकि वह स्कूल नहीं जाना चाहता था। ईमेल को और विश्वसनीय बनाने के लिए उसने संदेश में दो और स्कूलों का भी जिक्र किया। दिल्ली पुलिस मामले की सक्रियता से जांच कर रही है।
दिल्ली के निजी स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी
इससे पहले शुक्रवार को दक्षिणी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश इलाके में स्थित एक निजी स्कूल को ईमेल के ज़रिए बम की धमकी मिली थी और शुक्रवार को अधिकारियों ने बताया कि यह एक झूठी खबर थी क्योंकि पूरी जांच के बाद कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। स्कूल को यह मेल आधी रात के आसपास मिला था। उन्होंने बताया कि ईमेल में कहा गया था कि स्कूल परिसर में बम रखा गया है।
एक पुलिस अफसरने बताया कि बम निरोधक दल द्वारा गहन जांच की गई और कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। उन्होंने बताया कि तलाशी के लिए श्वान दस्ते को भी तैनात किया गया था।
उन्होंने कहा कि आगे की जांच चल रही है और धमकी को एक अफवाह बताया। दिल्ली पुलिस ने कहा, "दिल्ली के ग्रेटर कैलाश इलाके में एक स्कूल को एक ईमेल मिला है, जिसमें स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। ईमेल में लिखा है कि कल स्कूल में बम रखा गया था। अभी तक जांच में कुछ नहीं मिला है, कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।"
आपको बता दें कि मई में दिल्ली विश्वविद्यालय के जाने माने लेडी श्री राम कॉलेज, हंसराज कॉलेज और रामजस कॉलेज समेत एक दर्जन से ज़्यादा कॉलेजों को बम की धमकियाँ मिली थीं, लेकिन गहन तलाशी के बाद भी कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। नॉर्थ ब्लॉक को भी इसी तरह का ईमेल मिला था। जिन कॉलेजों को ऐसी धमकियाँ मिली हैं, उनमें हंसराज कॉलेज, गार्गी कॉलेज, रामजस कॉलेज, जाकिर हुसैन कॉलेज, इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर विमेन, लेडी इरविन कॉलेज, किरोड़ीमल कॉलेज, भास्कराचार्य कॉलेज, दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज, श्री वेंकटेश्वर कॉलेज और पीजीडीएवी कॉलेज शुमार हैं।
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