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Up Kiran, Digital Desk: भरतपुर रेलवे स्टेशन पर 9 अक्टूबर को अमेरिकी नागरिक डोरो थी ली की मौत हो गई। वे अपनी बेटी नोएल ब्लू और अन्य विदेशी पर्यटकों के साथ रणथम्भौर घूमने के लिए आई थीं। स्टेशन पर अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और उन्हें तेज़ सीने में दर्द हुआ। टूर गाइड प्रशांत चौधरी ने तुरंत उन्हें नजदीकी निजी अस्पताल पहुंचाया। वहां से डोरो को आरबीएम अस्पताल रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

घटना के बाद, पुलिस और प्रशासन ने पूरी संवेदनशीलता से काम किया। सीआईडी इंस्पेक्टर मोहन बंसल ने बताया कि मौत की सूचना अमेरिकी दूतावास को दी गई। दूतावास से अनुमति मिलने पर मेडिकल बोर्ड की निगरानी में पोस्टमार्टम किया गया।

पोस्टमार्टम प्रक्रिया पूरी होने के बाद शव उनकी बेटी नोएल ब्लू को सौंप दिया गया है। अब शव को भरतपुर से दिल्ली ले जाया जा रहा है, जहां से उसे अमेरिका भेजा जाएगा।

डोरो थी ली करीब 20 सदस्यीय ग्रुप के साथ भारत यात्रा पर थीं। वे आगरा से भरतपुर आई थीं और फतेहपुर सीकरी का भी दौरा कर चुकी थीं। उनका सफर रणथम्भौर तक ट्रेन से होना था, लेकिन रेलवे स्टेशन पर उनकी अचानक मौत हो गई।

पुलिस और प्रशासन ने अमेरिकी दूतावास के साथ मिलकर सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी की हैं। डोरो थी ली का शव अब अमेरिका के लिए रवाना किया जाएगा।