
बॉलीवुड अभिनेत्री और पूर्व मिस यूनिवर्स सुष्मिता सेन एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार वजह बना है उनका हालिया बयान, जिसमें उन्होंने पड़ोसी देश के कलाकारों को लेकर सहानुभूति जताई है। सुष्मिता ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि कला की कोई सरहद नहीं होती और कलाकारों को राजनीति से अलग देखा जाना चाहिए।
उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाओं का सैलाब आ गया है। कई यूज़र्स ने उनकी इस राय का समर्थन किया, तो वहीं कुछ लोगों ने इसे देशविरोधी करार दिया। कुछ यूज़र्स ने यह भी कहा कि जब हमारे देश के सैनिक सीमा पर शहीद हो रहे हैं, तब किसी भी प्रकार का सहयोग या समर्थन पड़ोसी देश के नागरिकों को नहीं मिलना चाहिए, भले वे कलाकार ही क्यों न हों।
सुष्मिता सेन ने अपने बयान में कहा था, "मुझे लगता है कि कलाकारों को उनके काम से आंका जाना चाहिए, ना कि उनकी राष्ट्रीयता से। कला का मकसद जोड़ना होता है, तोड़ना नहीं।" उनके इस विचार ने एक बार फिर भारत-पाक रिश्तों में संस्कृति और मनोरंजन को लेकर चल रही बहस को हवा दे दी है।
हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब किसी भारतीय अभिनेता ने पाकिस्तानी कलाकारों के पक्ष में बात की हो। इससे पहले भी कई बॉलीवुड सेलेब्रिटीज़ इस विषय पर अपनी राय रख चुके हैं, जिससे उन्हें ट्रोलिंग और आलोचना का सामना करना पड़ा था।
अब देखना यह होगा कि इस मुद्दे पर सुष्मिता सेन आगे कोई सफाई देती हैं या नहीं। फिलहाल सोशल मीडिया पर यह चर्चा थमने का नाम नहीं ले रही।
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