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Up Kiran, Digital Desk: बिहार के गया जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। गुरपा थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित इलाके में एक ग्रामीण डॉक्टर को बेरहमी से पेड़ से बांधकर पीटा गया है। डॉक्टर की हालत इतनी गंभीर है कि वह जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। इस घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत और आक्रोश का माहौल है।
मंगलवार को हुई इस घटना ने विपक्षी नेताओं को भी सरकार पर हमला करने का मौका दे दिया है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने इस वीभत्स घटना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा हमला बोला है।
तेजस्वी यादव का नीतीश सरकार पर हमला
तेजस्वी यादव ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर ट्वीट करते हुए लिखा, "बिहार में तालिबान से भी बदतर स्थिति है। गया जिला में बलात्कार पीड़िता की मां का इलाज करने गए डॉक्टर को आरोपियों ने पेड़ से बांधकर पीट-पीट कर खून से लथपथ कर दिया। 20 वर्षों की भ्रष्ट NDA सरकार में पुलिस और प्रशासन अपराध रोकने, अपराधियों को पकड़ने, सजा एवं न्याय दिलाने में बिल्कुल असमर्थ है इसलिए जिसकी जहां मर्जी जैसे मर्जी कानून को लोग हाथों में ले रहे है। बिहार में अराजक स्थिति है। मुख्यमंत्री अचेत हैं, सरकार नशे में है। अधिकारी और मंत्री खजाना लूटने में मस्त-व्यस्त तथा शासन अस्त-पस्त है।"
रेप केस वापस लेने के लिए दबाव बना रहे थे आरोपी
मिली जानकारी के अनुसार, गया जिले के गुरपा थाना क्षेत्र की एक निवासी रेप पीड़िता की मां ने बताया कि करीब चार साल पहले गांव के ही तीन लोगों ने उसकी बेटी के साथ बलात्कार किया था। इस मामले में अभी भी केस चल रहा है और बीते 30 मई को इसी मामले में गवाही भी होनी थी। महिला ने बताया कि इस मामले में एक आरोपी तो पकड़ा गया है, लेकिन अन्य सभी फरार हैं। घटना के बाद से ही ये फरार आरोपी उन पर केस वापस लेने का लगातार दबाव बना रहे थे।
डॉक्टर को निशाना क्यों बनाया गया?
पीड़िता की मां ने बताया कि मंगलवार को उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई, जिसके बाद उन्होंने इलाज के लिए गांव के ही डॉक्टर जितेंद्र यादव को बुलाया। डॉक्टर अभी उनके घर में पहुंचे ही थे कि आरोपियों ने उन्हें घेर लिया और पिटाई शुरू कर दी। आरोपियों का आरोप था कि डॉक्टर जितेंद्र यादव इस रेप केस में पीड़िता के परिवार की मदद कर रहे हैं। इतने से भी मन नहीं भरा तो इन दरिंदों ने डॉक्टर को घर के पास मौजूद एक पेड़ के पास घसीट कर ले गए और उससे बांधकर लाठी-डंडों और लात-घूंसों से बेरहमी से पिटाई की। बताया जा रहा है कि 8 से 10 की संख्या में बदमाशों ने डॉक्टर को इतनी बुरी तरह पीटा कि वह लहूलुहान हो गए।
बच्ची की सूझबूझ से बची जान
पुलिस को इस घटना की जानकारी कैसे मिली, इसका खुलासा भी हुआ है। बताया जा रहा है कि जब बदमाश डॉक्टर की पिटाई कर रहे थे, तो डॉक्टर की भांजी ने इस भयानक दृश्य को देख लिया। वह तुरंत घर से भाग कर सड़क पर आई और उसने वहां से गुजर रही डायल 112 की गाड़ी को देखा। बच्ची ने तुरंत गाड़ी रुकवाई और पुलिसकर्मियों को पूरी आपबीती सुनाई।
बच्ची की बात सुनकर डायल 112 की टीम तुरंत हरकत में आई और मौके के लिए रवाना हुई। पुलिस को आते देखकर मारपीट करने वाले बदमाश वहां से फरार हो गए। पुलिस ने तत्काल पेड़ से बंधे डॉक्टर को मुक्त कराया और तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फतेहपुर में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया है।
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