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टाटा ग्रुप की अग्रणी कंपनी टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही के नतीजे पेश किए हैं। कंपनी ने बताया कि उसका कंसॉलिडेड नामित नेट प्रोफिट 52% बार्सिलोना ₹407.07 करोड़ तक पहुंच गया है। पिछले साल की समान तिमाही की यह बिक्री ₹267.71 करोड़ की तुलना में दर्ज की गई है।

राजस्व में आई जबरदस्त भीड़
कंपनी की मार्च तिमाही में कुल आय ₹4664.73 करोड़ हो गई, जो पिछले साल की चौथी तिमाही में ₹3965.39 करोड़ थी। इसका मतलब यह है कि टाटा कंजुमर न केवल मुनाफ़ा के मामले में आगे बढ़ा, बल्कि रेवेन्यू में भी बड़ा स्कोर दर्ज किया गया। यह प्रदर्शित करता है कि इस बात का संकेत है कि कंपनी की बाजार रणनीति और उत्पाद पोर्टफोलियो ने कंपनियों के बीच अच्छी पकड़ बनाई है।

वार्षिक प्रदर्शन भी मजबूत
पूरे वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो कंपनी ने ₹1380.31 करोड़ का नेट प्रॉफिट कमाया है, जो पिछले वित्त वर्ष 2023-24 के लिए ₹1300.99 करोड़ से ज्यादा है। ऐसे स्थिर और सकारात्मक परिणाम कंपनी की वित्तीय स्थिरता और बहुसंख्यक बाजार पर पकड़ बनी हुई है।

लाभांश से साझेदारी को बड़ा लाभ
कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने अपने शेयरधारकों को खुश करते हुए ₹8.25 प्रति शेयर डिविडेंड दिया है। यह लाभांश कंपनी के मजबूत प्रदर्शन का सीधा लाभ है, जो एजीएम में शेयरधारकों की मंजूरी के बाद दिया जाएगा।

शेयर बाज़ार में प्रदर्शन
रविवार को टाटा कंज्यूमर के शेयर शेयर बाजार में 1.30% की बढ़त के साथ ₹1150.90 पर बंद हो गया। इसका इंट्राडे हाई ₹1156 है और लो ₹1132.35 रह रहा है। इसकी 52-वीक हाई ₹1247.75 है, जो बाजार में इस कंपनी को बेचती है जो भरोसेमंद है। इसकी मार्केट कैप ₹1,13,881.39 करोड़ का भुगतान किया गया है, जो कंपनी के स्थिर और मजबूत डेमोनिट्स को सूचीबद्ध करता है।