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लंदन — भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में जारी टेस्ट मुकाबले में टीम इंडिया रणनीतिक रूप से एक अहम मोड़ पर खड़ी है। यदि समय रहते कुछ बदलाव नहीं किए गए, तो इंग्लैंड की टीम पलटवार करते हुए मैच का रुख बदल सकती है।

भारतीय टीम की गेंदबाज़ी में इस बार अनुभव की कमी दिख रही है। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज पर अत्यधिक निर्भरता के चलते रोटेशन में संतुलन नहीं बन पा रहा है। वहीं, स्पिन विकल्पों में रविचंद्रन अश्विन या रवींद्र जडेजा की गैरमौजूदगी लॉर्ड्स की दूसरी पारी में भारत के लिए भारी पड़ सकती है।

पहले दिन के खेल में फील्डिंग में कुछ अहम कैच छूटे, जिससे इंग्लैंड को रन बनाने के मौके मिले। भारतीय टीम की यह पुरानी कमजोरी एक बार फिर उभरती दिखाई दे रही है, और इंग्लैंड इसे भुनाने के लिए पूरी तरह तैयार है।

इंग्लैंड के कोच ब्रेंडन मैकुलम और कप्तान बेन स्टोक्स ने संकेत दिए हैं कि टीम आक्रामक बल्लेबाज़ी रणनीति के साथ मैदान में उतरेगी। जो रूट, जॉनी बेयरस्टो और हैरी ब्रूक जैसे खिलाड़ी भारतीय गेंदबाज़ों को थकाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।

टीम इंडिया अगर अपनी रणनीति में लचीलापन नहीं दिखाती, तो लॉर्ड्स में उसे पिछड़ना पड़ सकता है। इंग्लैंड ने होम कंडीशन्स का विश्लेषण कर लिया है और अब उनका लक्ष्य भारतीय आक्रमण को तोड़ना है।

निष्कर्ष: भारत को फील्डिंग, गेंदबाज़ी संयोजन और समय पर फैसलों में तेजी दिखानी होगी। वरना इंग्लैंड की टीम लॉर्ड्स में इतिहास दोहराने से नहीं चूकेगी।