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Up Kiran, Digital Desk: बिहार की राजनीति एक बार फिर करवट ले रही है। राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज़ हो गई है, और इस बार चर्चा के केंद्र में हैं लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव। कभी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रमुख चेहरों में शुमार रहे तेज प्रताप अब अपने सियासी सफर की नई शुरुआत करने की तैयारी में हैं।
विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, तेज प्रताप जल्द ही एक नई राजनीतिक पार्टी की घोषणा कर सकते हैं। कहा जा रहा है कि इसके लिए वे लगातार अपने समर्थकों के साथ गहन विचार-विमर्श में जुटे हुए हैं और आने वाले दिनों में इस पार्टी के नाम और उद्देश्य को लेकर आधिकारिक ऐलान भी किया जा सकता है। हालांकि तेज प्रताप की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
दिलचस्प बात यह है कि इस नई राजनीतिक पहल में अनुष्का यादव का नाम भी जोड़ा जा रहा है। चर्चा है कि अनुष्का भी तेज प्रताप की पार्टी से जुड़कर राजनीति में कदम रख सकती हैं। गौरतलब है कि कुछ समय पहले तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर अनुष्का के साथ अपनी तस्वीरें साझा करते हुए यह दावा किया था कि वे पिछले 12 वर्षों से रिश्ते में हैं। हालांकि, यह पोस्ट कुछ ही देर में हटा लिया गया था, लेकिन तब तक यह मुद्दा खूब सुर्खियों में आ गया।
इसी प्रकरण के बाद लालू प्रसाद यादव ने तेज प्रताप को आरजेडी से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया था, साथ ही पारिवारिक स्तर पर भी उनसे दूरी बना ली गई थी। आरजेडी से निष्कासन के बाद तेज प्रताप अब पटना स्थित अपने सरकारी आवास में रह रहे हैं, जहां वे रोज़ाना समर्थकों और नजदीकी साथियों के साथ मुलाकात कर आगे की रणनीति पर मंथन कर रहे हैं।
हाल ही में 10 जुलाई को तेज प्रताप वैशाली जिले के महुआ पहुंचे थे। वहां उन्होंने अपनी गाड़ी से आरजेडी का झंडा हटाकर एक नया झंडा लगा दिया, जिसमें उनके पिता लालू यादव की तस्वीर नहीं थी। यह कदम राजनीतिक गलियारों में जोरदार अटकलों और चर्चाओं को जन्म देने वाला रहा। इसी दौरे के दौरान उन्होंने महुआ विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से बातचीत की और यहां से आगामी चुनाव लड़ने के संकेत भी दे दिए। तेज प्रताप वर्तमान में समस्तीपुर जिले के हसनपुर से विधायक हैं, लेकिन 2015 से 2020 के बीच वे महुआ सीट का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं। ऐसे में उनके दोबारा इस क्षेत्र पर फोकस करने से कयास लगाए जा रहे हैं कि वह अपने पुराने गढ़ में वापसी की तैयारी कर रहे हैं।
तेज प्रताप की नई राजनीतिक योजना को लेकर एक और बड़ा सवाल उठ रहा है – क्या यह महज व्यक्तिगत स्वाभिमान की लड़ाई है या बिहार की राजनीति में एक नया मोड़? अनुष्का की संभावित सियासी एंट्री और आरजेडी से अलगाव ने इस पूरे घटनाक्रम को भावनात्मक और सियासी दोनों रंग दे दिए हैं।
फिलहाल राजनीतिक विश्लेषक भी इस घटनाक्रम को गंभीरता से देख रहे हैं। तेज प्रताप का अगला कदम न सिर्फ उनके राजनीतिक भविष्य को तय करेगा, बल्कि लालू परिवार और आरजेडी की आंतरिक राजनीति पर भी दूरगामी असर डाल सकता है।
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