
Up Kiran, Digital Desk: तेलंगाना सरकार राज्य को 'विश्व की कौशल राजधानी' में बदलने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। यह बात सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स, उद्योग और वाणिज्य तथा विधायी मामलों के मंत्री दुदीला श्रीधर बाबू ने कही। उन्होंने फिक्की लेडीज ऑर्गनाइजेशन (FLO) द्वारा आयोजित 'तेलंगाना को एक वैश्विक कौशल राजधानी में बदलना' विषय पर एक सेमिनार को संबोधित करते हुए यह बात दोहराई।
मंत्री ने बताया कि टी-हब (T-Hub) और वी-हब (We-Hub) जैसी सफल पहलों के कारण तेलंगाना नवाचार (इनोवेशन) और उद्यमिता (एंटरप्रेन्योरशिप) का एक प्रमुख केंद्र बनकर उभरा है। उन्होंने जोर दिया कि सरकार का लक्ष्य अब उन्नत और उभरती प्रौद्योगिकियों पर ध्यान केंद्रित करके राज्य के कार्यबल को और अधिक कुशल बनाना है।
श्रीधर बाबू ने जानकारी दी कि सरकार एक नई कौशल विकास नीति तैयार कर रही है, जिसका मुख्य उद्देश्य राज्य के युवाओं को भविष्य की नौकरियों के लिए तैयार करना है। इस नीति में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), मशीन लर्निंग (ML), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), क्वांटम कंप्यूटिंग, ब्लॉकचेन, ग्रीन टेक्नोलॉजीज, एयरोस्पेस, रक्षा, इलेक्ट्रिक वाहन (EVs), सेमीकंडक्टर और उन्नत विनिर्माण (एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग) जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में कौशल प्रशिक्षण पर विशेष जोर दिया जाएगा।
मंत्री ने शैक्षणिक संस्थानों और उद्योग के बीच की खाई को पाटने में तेलंगाना एकेडमी फॉर स्किल एंड नॉलेज (TASK) की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इन सभी प्रयासों का अंतिम लक्ष्य राज्य के युवाओं के लिए पर्याप्त रोजगार के अवसर पैदा करना और तेलंगाना के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देना है।
श्रीधर बाबू ने इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सरकार, उद्योग और शैक्षणिक संस्थानों के बीच मजबूत सहयोग के महत्व पर भी जोर दिया। उनका मानना है कि यह साझेदारी ही तेलंगाना को वास्तव में एक वैश्विक कौशल केंद्र बनाने में मदद करेगी।
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