
Up Kiran, Digital Desk: तेलंगाना सरकार ने राज्य के हज़ारों हथकरघा बुनकरों को एक बड़ी राहत दी है। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के नेतृत्व में सरकार ने 33 करोड़ रुपये के ऋण माफ करने का आदेश जारी किया है, जिससे विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिला बुनकरों को सीधा फायदा होगा। यह कदम बुनकरों को उनके कर्ज के बोझ से मुक्ति दिलाने और उन्हें वित्तीय रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
कर्ज माफी का विवरण:
यह ऋण माफी विशेष रूप से उन बुनकरों के लिए है जिन्होंने जुलाई 2017 से मार्च 2023 के बीच 1 लाख रुपये तक के ऋण लिए थे। सरकार के इस कदम से राज्य भर के हज़ारों बुनकर परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री की प्रतिबद्धता:
भले ही इस ऋण माफी की घोषणा पिछली सरकार ने की थी, लेकिन मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के नेतृत्व वाली वर्तमान कांग्रेस सरकार ने इसे लागू कर अपने चुनावी वादों को पूरा करने की दिशा में एक और कदम बढ़ाया है। मुख्यमंत्री ने हथकरघा बुनकरों के कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है, खासकर उन लोगों के लिए जो अपनी आजीविका कमाने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं।
आत्महत्याओं को रोकने की पहल:
यह फैसला बुनकरों को वर्षों से चले आ रहे कर्ज के बोझ से मुक्ति दिलाएगा। तेलंगाना में कई बुनकर, विशेषकर कर्ज के कारण, आत्महत्या जैसा दुखद कदम उठाने को मजबूर हो जाते थे। यह माफी उन्हें वित्तीय रूप से सशक्त बनाएगी और उन्हें अपने पैरों पर खड़ा होने में मदद करेगी, जिससे वे सम्मान के साथ अपनी आजीविका कमा सकें। यह सीधे तौर पर बुनकर समुदाय में आत्महत्याओं को रोकने और उनके जीवन में स्थिरता लाने में मदद करेगा।
अन्य कल्याणकारी योजनाएं:
इस ऋण माफी के अलावा, सरकार बुनकरों के लिए 'नेथन्ना कु चेयूथा' (Thrifty Savings and Security Scheme) और 'चेनेथा मित्रा' (यार्न पर 40% सब्सिडी) जैसी अन्य कल्याणकारी योजनाएं भी चला रही है। ये योजनाएं हथकरघा उद्योग को बढ़ावा देने और बुनकरों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में सहायक होंगी।
यह पहल न केवल बुनकरों को तत्काल राहत प्रदान करेगी, बल्कि राज्य के गौरवशाली हथकरघा उद्योग को भी पुनर्जीवित करने में मदद करेगी। इससे तेलंगाना में हथकरघा क्षेत्र के लिए एक उज्जवल भविष्य सुनिश्चित होगा।
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