
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। आतंकियों ने निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाते हुए अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें अब तक 26 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 13 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। इस हमले में मारे गए लोगों में 25 पर्यटक और एक स्थानीय नागरिक शामिल हैं। इसके अलावा, दो भारतीय मूल के विदेशी नागरिक भी इस हमले का शिकार हुए हैं।
पूरे देश में गुस्से की लहर
इस क्रूर घटना के बाद देशभर में आक्रोश की लहर है। सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक लोग इस हमले की कड़ी निंदा कर रहे हैं। सरकार और सुरक्षा एजेंसियां एक्शन में हैं और लगातार क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। इसी बीच, पीड़ितों और पर्यटकों की सहायता के लिए स्थानीय प्रशासन ने कई हेल्पलाइन नंबर और इमरजेंसी सेवाएं शुरू की हैं।
अनंतनाग पुलिस ने जारी किए इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर
अनंतनाग पुलिस ने पर्यटकों की मदद के लिए 24 घंटे काम करने वाला एक इमरजेंसी हेल्प डेस्क स्थापित किया है। इसके साथ ही निम्नलिखित नंबर जारी किए गए हैं:
फोन नंबर: 9596777669, 01932225870
व्हाट्सऐप नंबर: 9419051940
पुलिस ने जानकारी दी है कि पर्यटक या उनके परिजन इन नंबरों पर संपर्क कर किसी भी तरह की सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
श्रीनगर में भी कंट्रोल रूम स्थापित
इसके अलावा श्रीनगर में भी एक इमरजेंसी कंट्रोल रूम सक्रिय किया गया है, जहां से पर्यटकों और उनके परिजनों को त्वरित सहायता मुहैया कराई जा रही है। श्रीनगर के लिए हेल्पलाइन नंबर निम्नलिखित हैं:
फोन नंबर: 0194-2457543, 0194-2483651
एडीसी श्रीनगर अदिल फरीद का नंबर: 7006058623
प्रशासन ने इन नंबरों के जरिए हर तरह की जरूरी जानकारी और सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने विदेश दौरा बीच में छोड़ा
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का अपना दौरा बीच में ही छोड़ने का फैसला लिया। वे आधिकारिक डिनर में शामिल हुए बिना ही भारत के लिए रवाना हो गए और बीती रात दिल्ली पहुंचे। दिल्ली पहुंचते ही उन्होंने सुरक्षा मामलों पर तत्काल बैठक बुलाई और अधिकारियों से स्थिति की जानकारी ली।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा
इस हमले की गूंज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सुनाई दी है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी से टेलीफोन पर बात की और इस जघन्य हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने भारत को आतंकवाद के खिलाफ हरसंभव समर्थन देने का आश्वासन दिया।
यह हमला न केवल एक क्रूर आतंकी घटना है, बल्कि घाटी में शांति और सामान्य जीवन को अस्थिर करने की साजिश भी है। सरकार और सुरक्षा एजेंसियां इस समय चौकसी के साथ हर स्तर पर सक्रिय हैं और जिम्मेदार लोगों को जल्द ही कानून के कटघरे में लाया जाएगा।
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