
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच लंबे समय से जारी सीमा विवाद फिर से गर्माता नजर आ रहा है। दोनों देशों की सेनाओं के बीच लगातार झड़पें हो रही हैं, जिससे क्षेत्र में तनाव लगातार बढ़ रहा है। हालांकि दोनों पक्षों ने कुछ वक्त पहले सीजफायर की बात कही थी, लेकिन अब इसे लेकर जल्दबाजी करने से इनकार किया गया है।
हाल ही में सीमा क्षेत्र में मिसाइल हमलों और गोलाबारी की घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें कई सैनिक और नागरिक घायल हुए हैं। मृतकों की संख्या भी बढ़ती जा रही है, जिससे स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता बढ़ गई है। इस विवाद ने संयुक्त राष्ट्र को भी सक्रिय होकर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश करने पर मजबूर कर दिया है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, इस विवाद की जड़ें दशकों पुरानी हैं और इसे सुलझाना आसान नहीं है क्योंकि दोनों देशों की सेनाएं अपनी-अपनी सीमाओं पर कड़ा रुख अपनाए हुए हैं। फिलहाल, दोनों पक्षों ने सैन्य संघर्ष को कुछ समय के लिए बढ़ावा देने का फैसला किया है, जिससे शांति स्थापित करना और भी चुनौतीपूर्ण हो गया है।
स्थानीय जनता इस तनाव से भारी परेशान है और दोनों सरकारों से शांति स्थापना की अपील कर रही है। संयुक्त राष्ट्र सहित कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं दोनों देशों को बातचीत के जरिए विवाद सुलझाने के लिए दबाव बना रही हैं, लेकिन फिलहाल कोई ठोस परिणाम नहीं निकला है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस स्थिति पर गहरी नजर बनाए हुए है और आशंका जताई जा रही है कि यदि जल्द समाधान नहीं निकला तो यह संघर्ष और बढ़ सकता है।
--Advertisement--