(पवन सिंह)
कुंभ के पास इस बार पास न हो गये गूलर के फूल हो गये हैं। कुंभ के पास आने लाइन क्या हो गये ऐसा लग रहा है मानों पास जारी करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की मदद से जमीन-जायदाद लिखवाई जा रही हो...!! आपका जुगाड़ है तो सारी FORMALITIES पंचम तल के तथाकथित पास कक्ष से ही पूरी हो जाएगी और अगर नहीं है तो विधानसभा के गेट नंबर 10 की ओर जाइए..जेब में प्रति पास 150-250 रूपए रखिए और फिर आधार..अखबार/चैनल का आई कार्ड, एक फोटो और हस्ताक्षर का स्कैन करवाईए फिर एक दो पन्ना मिलेगा...यहां तक तो ठीक है गुरू... लेकिन अगर जानकारी इधर उधर हुई तो राशनकार्ड बनवाने की तरह नीचू से पंचम तल तक कसरत करिए....!! वहां जिन साहेब को पास बनाने का अधिकार दिया गया है वो अव्वल तो नदारद ही रहते हैं...!! एक लड़की सहित दो संविदा टाइप्स कर्मचारी कंप्यूटर के सामने कुर्सी पर चस्पायमान मिलेंगे...!! अब अगर आपने गलत भरा है तो संपादक जी से एक खत लिखवाइए और फिर एक अन्य भली और सज्जन महिला अधिकारी से उस पर मोहर लगवाईए....मैडम के पास दोहरा चार्ज है....वे मुख्यालय पर भी रहती हैं और फिर हजरतगंज स्थित सूचना विभाग के अन्य आफिस को भी संभालती हैं....।
दिक्कत मैडम से किसी को है ही नहीं लेकिन समस्या यहां यह है कि जिन साहेब के मत्थे यह जिम्मेदारी "सौंपायमान" की गई है, वही नदारद रहते हैं...!!! हां..! तो अब जब आप मैडम से संपादक जी के लेटरवा पर हस्ताक्षरवा करवा लेंगे तो आप को पंचम तल के पास पक्ष के भीतर प्रविष्ट होना पड़ेगा और अआपने जो फार्म किसी साइबर कैफे में भरा था उसे खुलवाकर उसे कैंसीलेशन/संशोधन हेतु पुनः खुलवाना होगा...अब जब यहां बैठे संविदा मुर्रा-मुर्री आपका फार्म संशोधन हेतु क्लिक करेंगे तो आपको पुनः साइबर कैफे जाना होगा और 100/- फिर से खर्च करते हुए मोहर लगा लेटर स्कैन कराना होगा और तब जाकर आप लाइन में आयेंगे...और फिर "मेलवा" यानी मेल पर आपका आई कर्डवा शो मारेगा....अब आप स्नान,ध्यान मोक्ष .. प्राप्ति हेतु एलिजिबल हैं....अब इसके बाद आपकी सबसे बड़ी लड़ाई प्रयागराज के कुंभ तक अपना वाहन ले जाने के लिए लड़नी होगी...जो आपके कलेवर, तेवर, लिंक और पहुंच पर निर्भर करती है.. भाई साहब 2019 में सभी राज्यमुख्यालय मान्यता प्राप्त पत्रकारों के पास कुम्भ में बने मीडिया सेंटर से बनाए गए थे कुंभ के पास को लेकर कोई कठिनाई नहीं हुई थी इस बार ऑनलाइन कर दिया गया ये लेकिन टेक्निकल ग्लिच और कई और अन्य तकनीकी दिक्कतों के कारण महाकुंभ के लिए पास का क्यू आर कोड मिल ही नहीं पा रहा है लखनऊ सूचना विभाग में जो टीम महाकुंभ का पास का कार्य देख रही वो सलाह देती है आप ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर ले आपको क्यू आर कोड मिल जायेगा उसको दिखाकर कुंभ में प्रवेश कर जाइए ये सलाह देने के अलावा बस बैठकर टाइम पास हो रहा है मैडम कहती है कि मेरे बगल वाले कमरे में टीम बैठी है वो देख रही मै नहीं देख रही हूं बाकी आपने सारी बाते बता दी हैं बाकी जय हो!