img

Up Kiran, Digital Desk: वानपर्थी जिले में हथकरघा बुनकरों के उत्थान और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करने के उद्देश्य से, कलेक्टर तेजस नंदलाल पवार ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। उन्होंने सभी पात्र हथकरघा श्रमिकों से सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं, विशेषकर ऋण माफी योजना, का लाभ उठाने का आग्रह किया है।

कलेक्टर पवार ने जिला अधिकारियों के साथ हथकरघा और कपड़ा विभाग द्वारा संचालित योजनाओं – 'नेथन्ना कु चेयूथा' (बचत और बचत योजना), 'नेथन्ना बीमा' और 'ऋण माफी योजना' – की विस्तृत समीक्षा की। इस दौरान, उन्होंने विशेष रूप से ऋण माफी योजना के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि, 31 जुलाई, पर जोर दिया और बुनकरों से इस अवसर को न गंवाने का आग्रह किया।

उन्होंने 'नेथन्ना कु चेयूथा' योजना की बारीकियों को समझाया, जिसके तहत सरकार प्रत्येक बुनकर द्वारा जमा की गई बचत का 80% योगदान करती है, जबकि बुनकर को केवल 20% जमा करना होता है। इसके अलावा, 'नेथन्ना बीमा' योजना का भी उल्लेख किया, जिसके तहत बुनकर के दुर्भाग्यपूर्ण निधन पर उसके परिवार को 5 लाख रुपये की बीमा राशि प्रदान की जाती है।

कलेक्टर ने जोर देकर कहा कि राज्य सरकार हथकरघा श्रमिकों के कल्याण और उनके आर्थिक सशक्तीकरण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने सभी पात्र बुनकरों से इन योजनाओं का पूरा लाभ उठाने का आह्वान किया ताकि वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें और अपने परिवारों का भविष्य सुरक्षित कर सकें।

इस समीक्षा बैठक में जिला ग्रामीण विकास अधिकारी (DRDO) नरसिम्हुलु, जिला हथकरघा अधिकारी शिवनारायण और जिला सहकारी केंद्रीय बैंक (DCCB) के प्रबंधक सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। प्रशासन का यह प्रयास बुनकरों को सरकारी सहायता का अधिकतम लाभ सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

--Advertisement--