Up kiran,Digital Desk : घर में एक नन्ही सी जान का आना... यह पल किसी भी परिवार के लिए सबसे बड़ी ख़ुशी लेकर आता है। सब कुछ उस बच्चे के इर्द-गिर्द घूमने लगता है- उसका रोना, उसका हँसना, उसकी एक-एक हलचल। और इन सब के बीच, हम अक्सर उस इंसान को भूल जाते हैं जिसने इस ख़ुशी को दुनिया में लाने के लिए सबसे बड़ी जंग लड़ी है- वो नई माँ।
अक्सर देखा जाता है कि डिलीवरी के बाद एक माँ बच्चे की देखभाल में इस क़दर डूब जाती है कि वो ख़ुद के दर्द, थकान और शरीर की ज़रूरतों को पूरी तरह नज़रअंदाज़ कर देती है। उसे लगता है कि अब उसकी पूरी दुनिया सिर्फ़ वो बच्चा है।
लेकिन यह सोच ख़तरनाक है। सच तो यह है कि डिलीवरी के बाद के शुरुआती 40 दिन (या उससे भी ज़्यादा) एक औरत के लिए दूसरे जन्म की तरह होते हैं। इस समय शरीर सिर्फ़ आराम नहीं, बल्कि अंदरूनी मरम्मत माँगता है। अगर यह आराम उसे न मिले, तो शरीर हमेशा के लिए कमज़ोर पड़ सकता है।
आराम न करना सिर्फ़ थकान नहीं, ये 5 बड़े ख़तरे हैं
- शरीर का अलार्म (ज़्यादा ब्लीडिंग): डिलीवरी के बाद अगर शरीर को आराम न मिले, तो गर्भाशय (बच्चेदानी) ठीक से अपनी जगह पर वापस नहीं आ पाता, जिससे बहुत ज़्यादा ब्लीडिंग का ख़तरा बढ़ जाता है। यह शरीर का एक सिग्नल है कि कुछ बहुत ग़लत हो रहा है।
- संक्रमण (इन्फेक्शन) का दरवाज़ा खुल जाना: डिलीवरी के बाद शरीर बहुत नाज़ुक होता है और इन्फेक्शन का ख़तरा बहुत ज़्यादा होता है। ख़ासकर जिन महिलाओं का सी-सेक्शन (ऑपरेशन) हुआ हो, उनके लिए आराम न करना मतलब अपने टांकों के साथ खिलवाड़ करने जैसा है। टांके ठीक से नहीं भरते और उनमें इन्फेक्शन हो सकता है।
- शरीर का सपोर्ट सिस्टम कमज़ोर पड़ना: आराम न करने से पेल्विक मांसपेशियाँ (पेट के निचले हिस्से की मांसपेशियाँ) इतनी कमज़ोर हो जाती हैं कि भविष्य में गर्भाशय के अपनी जगह से खिसकने का ख़तरा बन जाता है।
- अंदर से खोखला महसूस होना: दिन-रात जागना, बच्चे को दूध पिलाना और आराम न करना... यह सब मिलकर एक महिला को अंदर से निचोड़ देता है। शरीर इतना कमज़ोर हो जाता है कि बार-बार बीमार पड़ने का डर बना रहता है।
- ख़ून की कमी (एनीमिया): डिलीवरी के दौरान वैसे ही शरीर से बहुत ख़ून बह जाता है। इसके बाद अगर सही खान-पान और आराम न मिले, तो ज़्यादातर महिलाओं को एनीमिया (खून की कमी) की शिकायत हो जाती है।
यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी डिलीवरी कैसे हुई है:
- नॉर्मल डिलीवरी: अगर आपकी नॉर्मल डिलीवरी हुई है, तो भी आपके शरीर को कम से कम 4 से 6 हफ़्ते का पूरा आराम चाहिए। इसे एक छुट्टी की तरह समझिए... ये वो समय है जो आपका शरीर आपसे माँग रहा है।
- सी-सेक्शन डिलीवरी: याद रखिए, यह एक बड़ा ऑपरेशन है। इसे हल्के में बिल्कुल न लें। शुरुआती दो हफ़्ते तो बिस्तर से कम-से-कम उठें और पूरी तरह ठीक होने में 3 महीने भी लग सकते हैं।
सिर्फ़ आराम ही नहीं, इन बातों का भी रखें ध्यान
डिलीवरी के बाद अच्छा खाना और पूरी नींद, किसी दवा से कम नहीं है। शुरुआत के कुछ हफ़्तों तक शरीर पर ज़रा भी ज़ोर न डालें।
याद रखिए, आप एक 'सुपरवुमन' नहीं, एक इंसान हैं जिसका शरीर अभी-अभी एक बहुत बड़े बदलाव से गुज़रा है। आप अपने बच्चे का ख़्याल तभी अच्छी तरह रख पाएँगी, जब आप ख़ुद पूरी तरह से स्वस्थ होंगी।
_444275011_100x75.png)
_33444792_100x75.jpg)
_349618085_100x75.jpg)
_457831897_100x75.png)
_1652820284_100x75.jpg)