Up Kiran, Digital Desk: हर 10 साल में होने वाली देश की सबसे बड़ी गिनती यानी जनगणना, जो 2021 में होनी थी, अब 2027 में कराई जाएगी. आखिरी बार 2011 में हुई जनगणना के बाद यह 16 सालों का एक लंबा अंतराल है. सरकार ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है और इस बार की जनगणना पहले से बहुत अलग और खास होने वाली है.
आइए जानते हैं कि इस जनगणना में देरी क्यों हुई और इस बार इसमें क्या-क्या नया देखने को मिलेगा.
6 साल की देरी के पीछे क्या है कहानी?
भारत में हर 10 साल पर जनगणना कराने की परंपरा 1881 से चली आ रही है. इस हिसाब से अगली जनगणना 2021 में होनी थी, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया.
इस बार की जनगणना में क्या है नया और खास?
2027 में होने वाली यह 16वीं जनगणना कई मायनों में ऐतिहासिक होगी.
कब और कैसे होगी जनगणना?
यह पूरी प्रक्रिया दो चरणों में होगी
पूरी प्रक्रिया को परखने के लिए सरकार एक 'ड्राई रन' या प्री-टेस्ट भी कर रही है, जो नवंबर 2025 में देश के कुछ चुने हुए इलाकों में किया जाएगा
यह जनगणना न केवल हमें देश की सही आबादी बताएगी, बल्कि सरकारी योजनाओं को बनाने, लोकसभा सीटों का परिसीमन करने और भविष्य की नीतियों को दिशा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
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