
Up Kiran, Digital Desk: शिक्षा, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री नारा लोकेश ने गुरुवार को एक बड़ी घोषणा की है। उन्होंने बताया कि जल्द ही अमरावती देश के सबसे बड़े और सबसे आधुनिक सेंट्रल लाइब्रेरी का घर बनने वाला है। यह लाइब्रेरी लगभग 2 लाख वर्ग फुट में फैलेगी और इसे 'विश्व-स्तरीय ज्ञान केंद्र' (world-class hub of knowledge) के तौर पर देखा जा रहा है। उम्मीद है कि यह एक साल के अंदर बनकर तैयार हो जाएगी।
ज्ञान के नए मानक और तेज़ गति से काम
अपने अंडावल्ली स्थित आवास पर शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक राज्य-स्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान, मंत्री लोकेश ने ज्ञान तक पहुँच के लिए नए मानक तय करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि विशाखापट्टनम के जगदम्बा सेंटर में 50,000 वर्ग फुट की रीजनल लाइब्रेरी के निर्माण का काम भी तेज़ी से पूरा किया जाए।
लाइब्रेरी के लिए फंड जुटाने पर ज़ोर
मंत्री ने यह भी बताया कि स्थानीय निकायों से लगभग 213 करोड़ रुपये के सेस (cess) की बकाया राशि लंबित है। उन्होंने अधिकारियों से इस पैसे को जल्द से जल्द वसूलने को कहा, ताकि लाइब्रेरी के विकास के लिए फंड मिल सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि छात्रों को आकर्षित करने के लिए सामुदायिक सहभागिता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं और राष्ट्रीय मिशन फॉर लाइब्रेरीज (National Mission for Libraries) के तहत आवंटित फंड का सही इस्तेमाल हो। यह भी बताया गया कि राजमुंदरी लाइब्रेरी के लिए पहले ही 87 लाख रुपये स्वीकृत किए जा चुके हैं।
लाइब्रेरीज का बढ़ता महत्व और परीक्षा सफलता
लोकेश ने मौजूदा सरकारी लाइब्रेरीज की सफलता की ओर इशारा करते हुए कहा कि इस साल 350 ऐसे छात्रों ने, जिन्होंने लाइब्रेरी के संसाधनों का इस्तेमाल किया, कांस्टेबल की नौकरी हासिल की है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि लाइब्रेरीज के फायदों को लोगों तक पहुँचाने और उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए किताबों से लैस करने के लिए एक बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जाएगा।
शिक्षकों की भर्ती होगी सालाना, FLN पर भी फोकस!
एक बड़ी घोषणा करते हुए मंत्री ने कहा कि राज्य अब हर साल डिस्ट्रिक्ट सिलेक्शन कमेटी (DSC) के ज़रिए शिक्षकों की भर्ती करेगा। लोकेश ने अधिकारियों से लर्निंग आउटकम (सीखने के नतीजों) को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा, और बताया कि पिछले 14 महीनों में लागू किए गए सुधारों का लक्ष्य यही है। उन्होंने फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरेसी (FLN) के कार्यान्वयन में आंध्र प्रदेश की 14वीं राष्ट्रीय रैंक को सुधारने के लिए तत्काल उपायों की भी मांग की। उन्होंने कहा, "हर बच्चे को मौलिक साक्षरता और संख्यात्मकता (Guaranteed FLN) एक अधिकार के रूप में दी जानी चाहिए।"
'तल्ली की वंदनम' और फीस की प्रतिपूर्ति पर भी बड़ा ऐलान
मंत्री लोकेश ने 'तल्ली की वंदनम' (Talli Ki Vandanam) के अंतिम चरण के लिए 325 करोड़ रुपये जारी करने की घोषणा की, जिससे सभी लंबित आवेदन क्लियर हो गए हैं। उन्होंने 2024-25 के लिए फीस प्रतिपूर्ति (Fee Reimbursement) के फंड को भी तुरंत जारी करने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे दानदाताओं की मदद से नए स्वीकृत जवाहर नवोदय और केंद्रीय विद्यालयों के लिए ज़मीन सुरक्षित करें।
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